शिक्षा मित्रों का मानदेय पर मायावती बोलीं- देर से लिया गया निर्णय

 बसपा सुप्रीमो मायावती ने ट्विटर के जरिए कहा है कि यदि यह बात सही है कि यूपी में विधानसभा चुनाव से पहले शिक्षा मित्रों का मानदेय बढ़ सकता है तो यह काफी विलंब से उठाया गया कदम है। यह कार्य बहुत पहले हो जाना चाहिए था।

उन्होंने कहा कि चुनाव के नजदीक ऐसे फैसले करना कांग्रेस की संस्कृति रही है जिस पर अब भाजपा भी चल रही है। जनता सब समझती है जबकि बसपा की कार्यशैली अलग रही है। इसी कारण वर्ष 2007 में सरकार बनते ही हमने अपर कास्ट की भर्ती पर लगी रोक को तुरंत हटाया। इससे इस पूरे समाज को भरपूर लाभ हुआ और उन्हें यहां वर्षों बाद बड़ी संख्या में सरकारी नौकरी मिली।

बता दें कि योगी सरकार शिक्षा मित्रों का मानदेय बढ़ाने पर विचार कर रही है। कयास लगाए जा रहे हैं कि मानदेय में दो से चार हजार रुपये तक की बढ़त हो सकती है।