उत्तर प्रदेश में संस्कृत भाषा के उत्थान के लिए योगी सरकार ने बड़ी शिक्षक भर्ती का ऐलान किया है. राज्य सरकार ने संस्कृत विद्यालयों में शिक्षकों की कमी को दूर करने के लिये बड़ी संख्या में संस्कृत शिक्षकों की भर्ती की घोषणा की है. प्रदेश में संस्कृत विद्यालयों में अभी भाषा के शिक्षकों के कई पद खाली पड़े हैं. इन पदों पर जल्द भर्ती की जाएगी जिससे संस्कृत भाषा की पढ़ाई को बढ़ावा दिया जा सके.
शिक्षकों की भर्ती मानदेय पर होगी. इसका अर्थ है कि भर्ती शैक्षिक सत्र 2021-22 एवं 2022-23 (ग्रीष्मावकाश की अवधि को छोड़कर) के लिये ही होगी. यह चयन पूर्णकालिक (पर्मानेन्ट) नहीं होगा. जारी जानकारी के अनुसार, पूर्व मध्यमा स्तर के शिक्षण कार्य के लिए 12,000 रुपये प्रतिमाह मानदेय दिया जायेगा और उत्तर मध्यमा स्तर के शिक्षण कार्य के लिये 15,000 रुपये प्रतिमाह मानदेय दिया जायेगा.
अशासकीय सहायता प्राप्त संस्कृत माध्यमिक विद्यालयों एवं राजकीय संस्कृत विद्यालयों में यह भर्ती की जाएगी. सरकार ने निर्णय लिया है कि भर्ती के लिए उम्मीदवारों का साक्षात्कार परम्परागत संस्कृत भाषा में ही होगा. संस्कृत के पठन-पाठन की व्यवस्था सुचारू करने के लिए और संस्कृत को बढ़ावा देने के लिए योगी सरकार ने यह फैसला लिया है.