स्कूल की चहारदीवारी नहीं होने से सता रही बच्चों की सुरक्षा की चिंता, इंचार्ज अध्यापक ने लिखा पत्र

 मंडी धनौरा नगरीय क्षेत्र में एक व ग्रामीण क्षेत्र के दो परिषदीय विद्यालयों की चहारदीवारी नहीं होने की वजह से बच्चों की सुरक्षा की चिंता अभिभावकों को सता रही है। आरोप है कि शाम होते ही शराबी विद्यालय को मयखाना

बना लेते हैं। इसके अलावा मोहल्ले के लोग विद्यालय परिसर को पार्किंग की तरह प्रयोग कर लेते हैं। इंचार्ज अध्यापक द्वारा विद्यालय की चहारदीवारी कराए जाने के लिए खंड शिक्षा अधिकारी को पत्र लिखा गया है।






बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा संचालित प्राथमिक विद्यालय संख्या दो नगर के मोहल्ला महादेव में स्थित है। इस विद्यालय की चहारदीवारी काफी समय से क्षतिग्रस्त है। चहारदीवारी के क्षतिग्रस्त होने की वजह से छोटे छोटे बच्चों की सुरक्षा को लेकर विद्यालय स्टाफ व अभिभावकों को चिंता सता रही है। आए दिन बंदर कक्षा के भीतर घुसकर बच्चों के हाथों से भोजन छीनकर ले जाते हैं। बंदरों के हमले का डर बच्चों को सता रहा है। मध्यावधि में खेलते समय बच्चों के अक्सर सड़क पर आने की वजह से दुर्घटना की आशंका रहती है। मोहल्ला के ही एक नागरिक ने बताया कि चहारदीवारी नहीं होने की वजह से शराबियों ने विद्यालय परिसर को मयखाना बना लिया है।

कई बार विद्यालय परिसर में शराब की खाली बोतलें पाई गई हैं। मोहल्ले के ही कुछ लोगों ने परिसर को पार्किंग बना लिया है। वे अपने वाहन परिसर में खड़ा कर रहे हैं।

 
इंचार्ज अध्यापक रोहित कुमार ने बताया कि उनके द्वारा इस संबंध में खंड शिक्षा अधिकारी को पत्र लिखा गया है।

वहीं दूसरी ओर खंड शिक्षा अधिकारी राजकुमार का कहना है कि विद्यालय की चहारदीवारी नगर पालिका द्वारा कराई जाएगी। नगरीय क्षेत्र में विद्यालयों का रख रखाव का काम नगर पालिका के जिम्मे है। ग्रामीण क्षेत्र के डींगरा व वंश गोपालपुर गांव के प्राइमरी स्कूल में चहारदीवारी नहीं बनी हुई है।