परिषदीय विद्यालय में फर्जी तरीके से नौकरी हासिल करने वाले शिक्षक का भंडाफोड़: - बर्खास्त, वेतन वसूली और मुकदमा का आदेश

 बस्ती। परिषदीय विद्यालय में फर्जी तरीके से नौकरी हासिल करने वाले शिक्षक का भंडाफोड़ हुआ है। विभाग ने दोनों शिक्षकों को बर्खास्त कर दिया है। साथ मुकदमे का भी आदेश जारी कर दिया गया है।



बीएसए जगदीश शुक्ला ने बताया कि पे-रोल मॉड्यूल की मदद से पकड़ में आया फर्जी शिक्षक हेमंत कुमार वर्तमान समय में जिले के बनकटी ब्लॉक के उच्च प्राथमिक विद्यालय बढ़िया में सहायक अध्यापक पद पर कार्यरत था। उसने गौतम बुद्ध नगर के में असली कार्यरत सहायक अध्यापक हेमंत कुमार के नाम और प्रमाणपत्र पर 1994 में नौकरी हासिल की थी। हेमंत कुमार को बर्खास्त कर दिया गया है। साथ ही वेतन रिकवरी तथा मुकदमा दर्ज कराने का आदेश दिया है। जानकारी के अनुसार, पे-रोल माड्यूल पर डाटा फीडिंग के दौरान असली शिक्षक हेमंत कुमार को उनका नाम बस्ती में प्रदर्शित होने पर फर्जीवाड़े का संदेह हुआ था। असली हेमंत कुमार गौतम बुद्ध नगर के विकास खंड दादरी में प्यावली प्राथमिक विद्यालय में प्रधानाध्यापक के पद पर कार्यरत हैं। शिकायती पत्र के आधर पर एसटीएफ जांच में पाया कि असली हेमंत कुमार का नाम तथा अभिलेखों का दुरुपयोग किया जा रहा है। वहीं, परिषदीय विद्यालय में फर्जी तरीके से शिक्षक बनकर नौकरी करने वाली शिक्षिका पूनम पांडेय की सेवा समाप्त करके एफआईआर दर्ज कराने के लिए आदेशित किया गया है। फर्जी शिक्षिका जिले के बनकटी ब्लाक के प्राथमिक विद्यालय कांची में सहायक अध्यापक के पद पर तैनात थी। पे-रोल माड्यूल की मदद से यह भी फर्जी शिक्षिका पकड़ में आयी। बीएसए ने बताया कि शिकायत पत्र के आधार पर पैन कार्ड परिवर्तन किए जाने के संबंध में जांच प्रक्रिया चल रही थी। जांच में पाया गया कि बीएड का अंकपत्र कूट रचित करके नौकरी हासिल की है। जिसके आधार पर सेवा समाप्त कर दी गई है। बीईओ को एफआईआर दर्ज करके वेतन वसूली करने के लिए आदेशित किया है।