प्रयागराज। अभी सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों में शिक्षकों के ऑफलाइन तबादले को लेकर विवाद समाप्त भी नहीं हुआ था कि राजकीय विद्यालयों के 122 शिक्षकों का चुपके से स्थानांतरण कर दिया गया। रविवार को अवकाश का दिन होने के बावजूद शिक्षा निदेशालय खुलवाकर शिक्षकों के तबादला आदेश जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालयों को भेजे गए हैं।
इस पर शिक्षक संगठनों ने सवाल उठाए हैं। राजकीय शिक्षक संघ भड़ाना गुट के प्रदेश महामंत्री डॉ. रवि भूषण और पांडेय गुट के प्रदेश महामंत्री रामेश्वर पांडेय का कहना है कि ऑफलाइन तबादले पारदर्शी व्यवस्था पर सवाल है। आखिरकार शिक्षकों के तबादले में भी वीआईपी कल्चर कहां तक उचित है।
सूत्रों के अनुसार ऊंची पहुंच रखने वाले हजारों शिक्षकों ने मनमाने जिले और स्कूल में तबादले के लिए आवेदन किया था। लेकिन मंत्री ने 122 शिक्षकों के तबादले को ही अनुमोदित किया। अपर निदेशक राजकीय कृष्ण कुमार गुप्ता का कहना है कि शासनादेश में ऑफलाइन तबादले का प्रावधान है। शासन की अनुमति पर ही तबादला आदेश जारी हुए हैं।