उत्तर प्रदेश सरकार जल्द ही शिक्षकों की भर्ती (Recruitment of Teachers) कर सकती है. लोकसभा चुनाव से पहले बड़े पैमाने पर भर्ती की तैयारी की जा रही है. यूपी सरकार की तरफ से रिक्त पदों का ब्यौरा तलब किया गया है.
इतने पद हैं खाली
बेसिक शिक्षा विभाग (Basic education department) में करीब 51 हजार शिक्षकों के पद खाली हैं. राजकीय विद्यालयों में 7471 शिक्षकों के पद, 2215 प्रवक्ता और एलटी संवर्ग के 5256 पद खाली हैं. यूपी में 2017 से अब तक 164000 शिक्षकों के पदों को भरा गया.
पिछले 5 सालों में अकेले सिर्फ माध्यमिक विद्यालयों में 44 हजार से अधिक शिक्षकों की भर्ती की गई है जबकि वर्ष 2003 से लेकर वर्ष 2017 के बीच पूर्ववर्ती सरकार 15 साल में माध्यमिक विद्यालयों में महज 33 हजार ही टीचरों की भर्ती की गई. सरकारी और एडेड स्कूलों में 33 हजार से अधिक सहायक अध्यापकों, 6 हजार से ज्याद प्रवक्ता और 800 से अधिक प्रधानाचार्यों की नियुक्ति की है.
ऑनलाइन परीक्षा व्यवस्था से पारदर्शी हुई भर्ती प्रक्रिया
मुख्यमंत्री योगी ने राज्य में शिक्षक भर्ती प्रक्रिया की पारदर्शिता को शिक्षक भर्ती में रिटिन एग्जाम को अनिवार्य किया और तैनाती तक ऑनलाइन की जा रही. छात्र संख्या के मानक के आधार पर अध्यापकों को विद्यालय में तैनाती की व्यवस्था लगातार की जा रही है. सरकार ने पांच सालों में 1270 डायट प्रवक्ता, 34 जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी, 45 वरिष्ठ प्रवक्ता और 309 खंड शिक्षा अधिकारी तैनात किए हैं.
अध्यापकों की विद्यालय में तैनाती की व्यवस्था
छात्र संख्या के मानक के आधार पर शिक्षकों की स्कूलों में तैनाती की व्यवस्था हो रही है. योगी सरकार ने पांच सालों में 1270 डायट प्रवक्ता, 34 जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी, 45 वरिष्ठ प्रवक्ता और 309 खंड शिक्षा अधिकारी तैनात हुए हैं.