जब तक पूरे प्रदेश में तदर्थ शिक्षकों का वेतन निर्गत नहीं हो जाता, तब तक याचना कार्यक्रम

 लखनऊ :  मंगलवार से माध्यमिक तदर्थ शिक्षक संघर्ष समिति उत्तर प्रदेश द्वारा उपवास का कार्यक्रम अनवरत चल रहा है, समिति का कहना है कि जब तक पूरे प्रदेश में तदर्थ शिक्षकों का वेतन निर्गत नहीं हो जाता, तब तक अनवरत याचना कार्यक्रम संयोजक राजमणि सिंह के साथ कई माध्यमिक तदर्थ शिक्षक मंगलवार से उपवास पर बैठे रहेगें।

आगे शिक्षक संघर्ष समिति की बैठक होगी अगर कार्यक्रम परिवर्तित होता है तो मीडिया के माध्यम से प्रेस रिलीज कर दिया जाएगा। हमारे संघर्ष समिति को विभिन्न माध्यमिक शिक्षक संगठनों का समर्थन प्राप्त गोरखपुर शिक्षक एमएलसी ध्रुव कुमार त्रिपाठी, चेत नारायण गुट माध्यमिक शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष पूर्व एमएलसी चेत नारायण सिंह, माध्यमिक शिक्षक संघ पांडे गुट के अमरनाथ सिंह, माध्यमिक शिक्षक संघ ठाकुराई गुट के प्रदेश अध्यक्ष जगदीश पांडे समेत तमाम संगठनों का हमारे इस याचना कार्यक्रम को अपना समर्थन दिया है।

इस प्रकार से आज याचना कार्यक्रम का 16 वा दिन है परंतु अभी तक किसी भी प्रकार का कोई आश्वासन हम सभी को नहीं प्राप्त हुआ है। माध्यमिक तदर्थ शिक्षक संघर्ष समिति के प्रदेश संयोजक राजमणि सिंह ने कहा कि हम सब लोग अपनी मजदूरी मांग रहे हैं। हमने जो मजदूरी की है उसका भुगतान होना चाहिए। हम सभी लोगों ने वर्षो से वेतन अवरुद्ध के बाद भी फिर भी हम लोग विद्यालयों में अनवरत कार्यरत हैं और अपनी सेवाएं निरंतर दे रहे। ऐसी स्थिति में हमारी दिहाड़ी बनती है। हमको वेतन मिलना चाहिए। जिस सुप्रीम कोर्ट के आदेश के क्रम में हमारा वेतन बाधित किया गया है।

सुप्रीम कोर्ट के आदेश आने के बाद भी हम सभी को 15 माह तक लगातार शिक्षा विभाग द्वारा वेतन प्राप्त होता रहा है कही भी सुप्रीम कोर्ट ने हमारे वेतन रोकने का आदेश नहीं किया है। पूरा सुप्रीम कोर्ट का आदेश 16 E 11 के तहत नियुक्त शिक्षकों के प्रति है। जबकि उच्च अधिकारियों द्वारा प्रदेश के सभी जिलों से सूचना भी मांगी गई थी कि किन जिलों में 16 E(11) के तहत कितने शिक्षक नियुक्त हैं सिर्फ एक या दो जनपदों को छोड़कर सब जगह से रिपोर्ट Nil गई है।

जबकि हम सभी का वेतन माननीय उच्च न्यायालय के आदेश और माननीय शिक्षा निदेशक माध्यमिक के अनुमोदन के उपरांत प्राप्त हो रहा था ना कोई आप सभी का आदेश खंडित हुआ है। ना किसी भी प्रकार का हम सभी को शासन या उत्तर प्रदेश के उच्च अधिकारियों द्वारा कोई पत्र निर्गत किया गया। आज तक हम सब को यह समझ में नहीं आया हमारा वेतन क्यों रोक दिया गया। जबकि आज भी अपने पदों पर कार्यरत हैं और इन विद्यालय में जा कर के हम लोग बच्चों को पढ़ाने का निरंतर कार्य जारी रखे हुए हैं। ऐसी स्थिति में वेतन ना मिलने से हमारे पूरे परिवार की स्थिति बहुत ही दयनीय है।

ऐसी स्थिति में प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से हम सभी का निवेदन और प्रार्थना है कि हम सभी का वेतन जल्द से जल्द निर्गत कराने का कष्ट करें। हम सभी लोग निरंतर प्रतिदिन बजरंगबली जी की फोटो और मुख्यमंत्री की प्रतिमा को साथ रख कर के अपने याचना कार्यक्रम  से विनती प्रार्थना करते हैं। हमारी बातों को मुख्यमंत्री तक पहुंचाने का काम करें कहीं ना कहीं मुख्यमंत्री को हमारे अधिकारी गण सुप्रीम कोर्ट की गलत व्याख्या कर हम सभी के वेतन को बाधित किए।