प्रयागराज। यूपी बोर्ड के केंद्रों के निर्धारण में हृद दर्जे की लापरवाही सामने आई है। गंगापार में छात्राओं का परीक्षा केंद्र विद्यालय से 32 किलोमीटर दूर बना दिया गया है। इसकी शिकायत उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक से की गई है। वहीं, जिला विद्यालय निरीक्षक (डीआईओएस) का कहना है कि प्रकरण संज्ञान में आते ही केंद्र बदलने का यूपी बोर्ड से आग्रह किया है।
नवाबगंज क्षेत्र के गंगा इंटरमीडिएट कॉलेज, तुलसीपुरम, अटरामपुर का परीक्षा केंद्र जनता इंटरमीडिएट कॉलेज, मऊआइमा में बनाया गया है। इनकी दूरी 32 किलोमीटर बताई जा रही है, जबकि नियमतः पांच से सात किलोमीटर दूर परीक्षा केंद्र नहीं बनना चाहिए। इस पर प्रधानाचार्य ने अधिकारियों को लिखा। विद्यालय के पुरा छात्र रविशंकर त्रिपाठी ने भी डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक को शिकायत भेजी। कहा, 2002 से 2022 तक विद्यालय परीक्षा केंद्र बनता रहा है। प्रधानाचार्य अरविंद कुमार त्रिपाठी का कहना है कि सात किलोमीटर के दायरे में ही छात्राओं का परीक्षा केंद्र बनाया जाना चाहिए। मऊआइमा में परीक्षा केंद्र बनाए जाने से छात्राओं को बहुत दिक्कत होगी। वहीं, जनता इंटर कॉलेज, मऊआइमा के प्रधानाचार्य भानु प्रकाश मौर्या बताते हैं कि उनके यहां गंगा इंटर कॉलेज की हाईस्कूल की 38 और इंटर की 26 छात्राओं का परीक्षा केंद्र बना है। हमारे यहां 400 से अधिक परीक्षार्थियों को बैठाने की क्षमता है।
प्रकरण संज्ञान में है। मेरी जानकारी में दोनों विद्यालयों की दूरी 18 किलोमीटर है। छात्राओं की दिक्कत को देखते हुए यूपी बोर्ड के सचिव से केंद्र बदलने का निवेदन किया है। बेटियों को कोई दिक्कत नहीं होने दी
जाएगी। पीएन सिंह, जिला विद्यालय निरीक्षक