प्रयागराज। उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग फरवरी में सक्रिय हो जाएगा। आयोग के अध्यक्ष एवं सदस्यों की नियुक्ति के लिए आवेदन की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। आवेदनों की स्क्रीनिंग भी शुरू हो गई है। फरवरी में अध्यक्ष व सदस्यों की नियुक्ति हो जाएगी।
नए आयोग के गठन के इंतजार में अशासकीय सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों और अशासकीय महाविद्यालयों में दो साल से शिक्षक भर्ती फंसी हुई है। अशासकीय महाविद्यालयों में असिस्टेंट प्रोफेसर के 1017 पदों पर भर्ती के लिए आवेदन की प्रक्रिया अगस्त 2022 में पूरी हो चुकी है। वहीं, अशासकीय माध्यमिक विद्यालयों में भी सहायक अध्यापक (टीजीटी) एवं प्रवक्ता (पीजीटी) के 4163 पदों के लिए आवेदन की प्रक्रिया अगस्त-2022 में पूरी हो चुकी है।
दोनों भर्तियों के विज्ञापन जारी हुए दो साल पूरे हो चुके हैं। शिक्षक भर्ती के लिए आवेदन के दौरान ही नए आयोग के गठन की प्रक्रिया शुरू कर दी गई थी। ऐसे में अशासकीय विद्यालयों और अशासकीय महाविद्यालयों में शिक्षक भर्ती की प्रक्रिया बीच में ही रोक दी गई थी और शासन ने तय किया था कि नए आयोग के गठन के बाद ही इन भर्तियों को पूरा किया जाएगा।
दोनों भर्तियों के लिए 14 लाख से अधिक अभ्यर्थियों ने आवेदन किए हैं और इन अभ्यर्थियों को डेढ़ साल से भर्तियां पूरी होने का इंतजार है।
अभ्यर्थियों का यह इंतजार जल्द ही खत्म होने जा रहा है। नए आयोग के अध्यक्ष एवं सदस्यों की नियुक्ति के लिए आवेदनों की स्क्रीनिंग की प्रक्रिया इसी माह के अंत या फरवरी की शुरुआत में पूरी हो जाएगी। इसके बाद पैनल तैयार कर शासन को भेजा जाएगा और उसी पैनल से आयोग के एक अध्यक्ष और 12 सदस्यों की नियुक्ति की जाएगी।
उच्च शिक्षा निदेशालय के सूत्रों के अनुसार फरवरी में आयोग के गठन की प्रक्रिया पूरी हो जाएगी। अभी किसी नई भर्ती का अधियाचन तैयार नहीं किया गया है। पहले पूर्व में जारी विज्ञापनों के तहत भर्ती प्रक्रिया पूरी की जाएगी। आयोग के सक्रिय होते ही अशासकीय महाविद्यालयों और अशासकीय विद्यालयों में शिक्षक भर्ती के लिए परीक्षा की तिथि घोषित कर दी जाएगी।