पुलिस भर्ती बोर्ड परीक्षा दे रहा सॉल्वर गिरफ्तार
● 25 हजार में हुआ था सौदा, दस हजार लिए थे एडवांस
कोचिंग संचालक ने सॉल्वर से मिलवाया
सौरभ ने खुलासा किया कि मुलाकात लोकेन्द्र से कोचिंग संचालक ने करायी थी। उसने 25 हजार में सॉल्वर बनाया। इंस्पेक्टर अनुराग शर्मा ने चिनहट कोतवाली में सौरभ और लोकेंद्र पर धोखाधड़ी, जाली दस्तावेज बनाने, उप्र सार्वजनिक परीक्षा अधिनियम में मुकदमा दर्ज कराया है। कोचिंग संचालक की भूमिका देखी जा रही है।
लखनऊ, संवाददाता। पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड की हेड ऑपरेटर मैकेनिक, सहायक ऑपरेटर वायरलेस पद के लिये शनिवार हुई परीक्षा में बैठने वाले सॉल्वर को चिनहट पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। उसकी मूल अभ्यर्थी से 25 हजार रुपये पर बात तय हुई थी और 10 हजार एडवांस लिये थे। चिनहट पुलिस ने उसके और मूल अभ्यर्थी पर केस दर्ज कर लिया है। परीक्षार्थी,सॉल्वर देने वाले कोचिंग संचालक की तलाश हो रही है।
इंस्पेक्टर चिनहट अश्वनी चतुर्वेदी के मुताबिक शनिवार हुई परीक्षा का एक केन्द्र चिनहट स्थित इंस्टीट्यूट ऑफ कम्प्यूटर साइंस में था।
परीक्षा शुरू होने के कुछ मिनट बाद ही कक्ष निरीक्षक दिवाकर को एक परीक्षार्थी पर शक हुआ। उसकी फोटो, हस्ताक्षर आवेदन पत्र और प्रवेश पत्र के साथ ही मौके पर किए गए हस्ताक्षर से मेल नहीं खाये। पूछताछ में आरोपी की पहचान अमरोहा निवासी सौरभ कुमार के रूप में हुई।
फर्जी आधार लाया था : सौरभ अमरोहा के पपसरी निवासी लोकेन्द्र कुमार की जगह परीक्षा देने आया था। हाईस्कूल मार्कशीट असली था। प्रवेश पत्र, आधार फर्जी निकला। सौरभ ने बताया कि लोकेंद्र के बदले परीक्षा के लिए 25 हजार मिलने थे।