प्रयागराज। रेल कर्मचारियों ने मोदी सरकार के अंतरिम बजट को निराशाजनक बताया है। तमाम रेलकर्मियों को उम्मीद थी कि इस बार बजट में टैक्स स्लैब में बदलाव होगा। पुरानी पेंशन की घोषणा भी होगी, लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं हुआ।
नार्थ सेंट्रल रेलवे इंप्लाइज संघ के जोनल महामंत्री आरपी सिंह ने कहा, कर्मचारियों के लिए बजट निराशाजनक है। वर्ष 2020 में नई टैक्स रिजीम के आने के बाद से पुरानी टैक्स रिजीम के स्लैब में कोई बदलाव नहीं किया गया है। होम लोन, इंश्योरेंस आदि पर छूट के अभाव में नई टैक्स रिजीम कर्मचारियों के लिए फायदेमंद नहीं है।
पुरानी टैक्स रिजीम पर छूट न देने से आगे चल कर कर्मचारी नई टैक्स रिजीम को अपनाने पर मजबूर होगा और होम लोन / इंश्योरेंस के बावजूद अधिक टैक्स का भुगतान करेगा। एनसीआरईएस के संयुक्त महामंत्री आलोक सहगल ने कहा कि इस बार के बजट से रेलवे कर्मचारियों को बहुत उम्मीद थी, लेकिन न पुरानी पेंशन लागू करने की कोई घोषणा की गई और न ही कोरोना संक्रमणकाल में रोके गए डीए की तीन किस्तों के एरियर के भुगतान पर कोई निर्णय लिया गया।
इंडियन रेलवे इंप्लाइज फेडरेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष मनोज पांडेय ने कहा, बजट पूरी तरह से कर्मचारी विरोधी है। सरकार ने टैक्स स्लैब में कोई भी बदलाव नहीं किया