प्राथमिक से लेकर एडेड उच्च शिक्षण संस्थानों तक में शिक्षक भर्ती के लिए उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग के गठन की प्रक्रिया अंतिम दौर में है। आयोग में अध्यक्ष और 12 सदस्य पदों के लिए 900 से अधिक आवेदन शासन को मिले हैं। 15 जनवरी तक के आवेदनों की स्क्रीनिंग पूरी कर ली गई है।
अंतिम नामों को मुख्यमंत्री की ओर से फाइनल किया जाना है। इसके लिए शासन स्तर पर गठित सर्च कमेटी ने प्रक्रिया पूरी कर ली है।उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग में अध्यक्ष एवं सदस्यों के चयन के लिए अधिनियम-2023 की शर्तों के अनुसार अध्यक्ष और सदस्य के लिए बायोडाटा सहित आवेदन 22 दिसंबर से 15 जनवरी के मध्य लिए गए। 12 सदस्यों में छह शिक्षाविद होंगे। अन्य छह सदस्य अधिकारी वर्ग से होंगे। चयन के लिए मुख्य सचिव की अध्यक्षता में बनाई गई सर्च कमेटी ने तय मानक के अनुरूप आवेदनों के साथ संलग्न प्रपत्रों की स्क्रीनिंग कर सूचीबद्ध कर लिया है। मुख्यमंत्री इसी सूची से तय मानक के अनुरूप अध्यक्ष व सदस्यों के नाम फाइनल करेंगे। मुख्यमंत्री की हाईलेवल कमेटी की मीटिंग किसी भी दिन हो सकती है। मुख्यमंत्री के नाम फाइनल करने के बाद ही अनुमोदन के लिए राज्यपाल के पास भेजा जाएगा। राज्यपाल से मंजूरी मिलने के साथ ही उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग गठित हो जाएगा। इसके गठन के साथ ही अभी तक क्रियाशील उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग एवं उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड का अस्तित्व समाप्त हो जाएगा।