बिजनौर। बेसिक शिक्षा विभाग में शिक्षक-शिक्षिकाओं के अंतर्जनपदीय व अंत:जनपदीय स्थानांतरण होने की प्रक्रिया शुरू हो गई। इसके लिए शिक्षक शिक्षिकाओं ने अपने पसंदीदा क्षेत्र में जाने के लिए वहां के साथी की
तलाश शुरू कर दी है। यहीं नहीं स्थानांतरण का लाभ पाने के लिए शिक्षक सोशल मीडिया का सहारा ले रहे हैं।परिषदीय स्कूलों में सरप्लस समायोजन की प्रक्रिया अभी अधर में है। बिजनौर के काफी शिक्षक-शिक्षिकाएं सीतापुर, लखीमपुर, बाराबंकी, शाहजहांपुर, बस्ती आदि जिलों में कार्यरत हैं। वह लंबे समय से बिजनौर जनपद में आना चाह रहे हैं। एकल स्थानांतरण का लाभ नहीं मिलने से शिक्षक पारस्परिक स्थानांतरण में भी गृह जनपद आने के प्रयास में जुट गए हैं। इसके अलावा जनपद के अंदर में भी काफी शिक्षक, शिक्षिकाएं इधर- उधर जाना चाहते हैं। पारस्परिक स्थानांतरण के देखते हुए शिक्षकों ने वाट्सएप ग्रुप पर साथी की तलाश शुरू कर दी है। विभाग और ब्लाक के शिक्षक, शिक्षिकाओं के ग्रुप व अपने परिचितों से संपर्क कर रहा रहे हैं।
जिले के अंदर या जिले के बाहर यानी दूसरे जनपद में रहने वाले शिक्षक अपनी-अपनी इच्छा के स्थान पर पहुंच जाएं। शिक्षकों का कहना है कि उन्हें दूसरे जनपदों में पांच साल हो गए हैं।
इस बार उन्हें गृह जनपद में आने की उम्मीद है। शिक्षक नेता राहुल राठी, राजेंद्र सिंह, अरविंद कुमार, ताजवीर देवरा का कहना है कि सरकार शिक्षकों को एकल स्थानांतरण का लाभ दें और इसका आदेश जारी करें। काफी शिक्षक दूर होने से परेशानी का सामना कर रहे हैं।