2.92 लाख बीएड टेट पास अभ्यर्थी, 1.72 लाख शिक्षामित्र तथा 40-50 हजार बी टी सी अभ्यर्थी को इंगित करते हुए भारत के मुख्य न्यायाधीश माननीय टी एस ठाकुर जी को लिखा पत्र

24फरबरी के बाद से लगातार किसी न किसी कारण से सुप्रीम कोर्ट में हमारी सुनवाई सम्भव नही हो पाई है। ग्रीष्म कालीन एक लम्बे इंतज़ार के बाद 27जुलाई जब सुनवाई हेतु कोर्ट बैठी तो सही बैंच न हो पाने के कारण सुनवाई सम्भव न हो सकी।
इस बीच शिक्षामित्रों व् सरकार की तरफ से खड़े होने वाले अधिवक्ता न्यायालय में एक लम्बी तारिख मांगते है वो तो भला हो कि हमारी तरफ से हर सुनवाई पर कोर्ट में एप्पीयर होने वाली सीनियर एडवोकेट वी मोहना जी का जो कोर्ट रूम में मौजूद थी (शेष पैरवी कर्ताओं की भांति सिर्फ आर्डर शीट पर नही) जिन्होंने हमारा पक्ष रखा और सुनवाई की अगली तिथि एक माह के भीतर की ही प्राप्त कर ली।
वर्तमान परिस्तिथि में यदि देखा जाये तो सुप्रीम कोर्ट में लाम्बित याचिका CA4347-4375/2014 व् इससे टेग सभी मामलों से प्रदेश के लगभग 5लाख नागरिकों व् उनके परिवारों का वर्तमान व् भविष्य प्रभावित हो रहा है। जिसमें 2.92लाख बीएड टेट पास अभ्यर्थी, 1.72लाख शिक्षामित्र तथा 40-50हजार बी टी सी अभ्यर्थी।
इन्ही सब को इंगित करते हुए मैने एक पत्र भारत के मुख्य न्यायाधीश माननीय टी एस ठाकुर जी को लिखा है जोकि पहुँच भी गया है साथ ही रजिस्ट्री को भी जिससे वह बैंच बनाते समय ध्यान रखें ताकि सुनवाई सुनिश्चित हो सके।
शेष आप पत्र में पड़ सकते है......
इस पत्र की ड्राफ्टिंग में मेरा सहयोग करने वाले हमारे बरेली के साथ शिव स्वरुप जी का अनेक-अनेक धन्यबाद।
आप सभी के उज्जवल भविष्य की शुभ कामनाओं के साथ
आपका मयंक तिवारी

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