अब जूनियर भर्ती को कोई खतरा नही , यदि एकेडमिक मेरिट गलत तो टेट मेरिट गलतियों का पुलिंदा

जूनियर भर्ती पर पिछले तीन दिवसीय हाई वोल्टेज ड्रामा के साथ जिस प्रकार न्यायधीश महोदय ने जूनियर भर्ती जो की शुद्ध एकेडमिक मेरिट से हुयी है को अंतिम रूप से सुप्रीम कोर्ट के आधीन करते हुये अपना पल्ला झाड़ लिया उससे एक बात स्पष्ट हो गयी है की जूनियर भर्ती को अब कोई खतरा नही है ।।।

20 नवम्बर के भूषण साहब के आदेश में कहीं न कहीं खरे बाबू जी का विशेष लिंगड़ फांस दिमाक लगा जिसके चलते ncte की गॉइड लाइन की व्याख्या ढंग से नही हो पायी ।।।
जब कभी भी 09 (बी) का पोस्ट मार्टम किया जायगा --- टेट मेरिट औंधे मुँह धड़ाम से गिरेगी ।।।।
मतलब यदि टेट मेरिट सही है तो अब तक भूसण जी को छोड़कर टंडन जी से लेकर मिश्रा जी ये स्पष्ट रूप से क्यों नही कह सके --- की हाँ भैया --- टेट मेरिट जिंदाबाद , क्यों मिश्रा जी कपिल देव यादव की रिट ख़ारिज नही कर सके ?
क्यों दत्तू साहब ने अंतिम ऑर्डर नही दिया -?
क्यों मिश्रा जी फाइनल बहस छोड़कर याची राहत नामक बीच का राश्ता निकाले ---?
क्यों टेट मोर्चा फाइनल बहस से भाग रहा है -?
----सच ये है - टेट मेरिट का उद्भव धन कमाने की योजन हेतु किया गया था जो फलीभूत भी हुआ ।
टेट मेरिट एक योजना थी - चिट फण्ड योजना ।।।
जिस योजना के अंतर्गत दाम के बदले टेट अंक प्राप्त किये गए ।
जिस प्रकार 1000-500 के नॉट बन्द किये गए है काले धन को रोकने के लिये उसी प्रकार टेट मेरिट पर प्रतिबंध लगना चाहिये काले अंक के खिलाफ ।।।
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बाकी फाइनल ऑर्डर आने दीजिये यदि --- यदि एकेडमिक मेरिट गलत तो टेट मेरिट गलतियों का पुलिंदा ।।।
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