पदोन्नति में आरक्षण संबंधी बिल को लेकर समर्थक और विरोधी दोनों सड़क पर

लखनऊ : पदोन्नति में आरक्षण संबंधी बिल को लेकर शुक्रवार को समर्थक और विरोधी, दोनों सड़क पर उतर आए। समर्थकों की गोमतीनगर में हुई जुटान में जहां केंद्र की मोदी सरकार के विरोध में प्रदेश से भाजपा का
सूपड़ा साफ करने का संकल्प लिया गया, वहीं आरक्षण विरोधियों ने सड़क पर रैली निकाल कर हुंकार भरी
और आरक्षण पर संविधान संशोधन की कोशिश होते ही प्रदेश के 18 लाख कर्मचारियों द्वारा काम ठप किए जाने की चेतावनी दी।
1आरक्षण बचाओ संघर्ष समिति के बैनर तले प्रदेश भर से आए आरक्षण समर्थक शुक्रवार को गोमतीनगर में परिवर्तन स्थल पर बुद्ध प्रतिमा के पास एकत्र हुए। पदोन्नति बिल पास कराने की मांग लिखी टोपियां और तख्तियां लेकर आरक्षण समर्थक नारेबाजी करते हुए अंबेडकर व रमाबाई प्रतिमा पहुंचे। यहां उन्होंने लंबित बिल को अविलंब पास कराने की मांग उठाई। समिति के संयोजक अवधेश कुमार वर्मा ने कहा कि मोदी सरकार यदि वास्तव में दलित समाज की हितैषी होती तो विशेष सत्र बुलाकर बिल पास करा देती। वर्मा ने कहा कि मोदी सरकार चाहे तो अब भी शीतकालीन सत्र में बिल पास करा सकती है। रैली में डॉ.रामशब्द जैसवारा, आरपी केन, अनिल कुमार व अजय कुमार सहित अन्य मौजूद थे।1दूसरी तरफ सर्वजन हिताय संरक्षण समिति के आह्वान पर प्रदेश के कई जिलों और अन्य प्रदेशों से आए कर्मचारी, अधिकारी व शिक्षक परिवर्तन चौक पर जमा हुए और रैली निकाल कर हजरतगंज स्थित जीपीओ पार्क पहुंचे। प्रदर्शनकारियों ने रैली के जरिए अपना विरोध जताया और शासन को संबोधित ज्ञापन जिला प्रशासन को सौंप कर जल्द मांग पूरी न होने पर आंदोलन की चेतावनी दी। समिति के अध्यक्ष शैलेंद्र दुबे ने बताया कि संशोधन बिल को यदि संसद से पारित कराने की कोशिश की गई तो प्रदेश भर के कर्मचारी, अधिकारी व शिक्षक आंदोलन को मजबूर होंगे। प्रदर्शन में एए फारूकी, एचएन पांडेय, डीसी दीक्षित, कायम रजा रिजवी, अजय सिंह, डॉ.मौलेंदु मिश्र व रामराज दुबे सहित अन्य पदाधिकारी शामिल थे

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