अवशेष याचियों का भविष्य 839 तदर्थ भाइयो की मौलिक नियुक्ति पर निर्भर : ‎आलोक शुक्ला

कल से कुछ भाई लोग याची राहत के सन्दर्भ में निदेशालय के पत्र और पत्रांक के विषय में चर्चा करके जश्न मना रहे है --- तो स्पष्ट कर दूं -
* जहां सुप्रीम कोर्ट के ऑर्डर नही माने जा रहे हैं वहां पत्र और उसके पत्रांक की क्या औकात ।
* जो भी पत्र और पत्रांक की चर्चा में है वो केवल 1100 अवशेष के लिये होगा ।
* जब 839 तदर्थ भाई लोग प्रशिक्षण के उपरान्त अपनी मौलिक नियुक्ति हेतु धरना कर रहे है और सरकार उनकी मांग नही मान रही है तो शेष याचियों को पत्रांक से कैसे नियुक्ति मिल जायगी ।।
* पत्र और पत्रांक विभागीय कार्य प्रणाली है - अपनी टोपी उसके सर ।---------
ईश्वर से प्रार्थना करिये की अनशन रत 839 तदर्थ प्रशिक्षित भाइयो को मौलिक नियुक्ति प्राप्त हो जाय ।
जब तक 839 तदर्थ भाइयो को मौलिक नियुक्ति नही मिलती , तब तक याची राहत नही मिल सकती ।
समस्त अवशेष याचियों का भविष्य 839 तदर्थ भाइयो की मौलिक नियुक्ति पर निर्भर है ।।।
sponsored links:
ख़बरें अब तक - 72825 प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती - Today's Headlines