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ATTENTION : टीईटी-2011 सुप्रीम कोर्ट याचिकाकर्ता समूह-रवि शुक्ला

आजकल ऐसे लोग भी याची बनाने में आ गए है ,,जिन्हें कोर्ट की एबीसीडी भी नही पता ...
सिर्फ उनसे ये पूछा जाये कि अपना कोई एक मुकदमा या रिट बता दो जो आप पूर्व से लड़ रहे है?????
हालांकि जैसे हालात है याची बनना फायदेमंद हो सकता है बट ध्यान देने वाली बात ये है कि कही आप गलत प्रेयर के साथ तो नही जुड़ रहे!!!!
मित्रो इसी सन्दर्भ में हमारे दोनों writs के प्रेयर व ग्राउंड्स के बेस पर एक डब्ल्यूपीसी सुप्रीम कोर्ट में डाली जायेगी , जिसमे हमारी मूलतः दो डिमांड होगी
1** अभी तक 1100 याचियों की भाँति हमारी नियुक्ति नही हो पायी जिसके लिए कोर्ट में 75/2016 पेंडिंग है।।
2*** अममेंडेमेंट कोई भी exist करे हम विज्ञान वर्ग के ऐसे अभ्यर्थी जो दोनों में 72हजार व 29हजार में एप्लिकेंट है नियुक्ति का लाभ मिलना चाहिए।
नोट~~ मित्रो एक सबसे हाश्यास्पद पोस्ट तो आज मैंने देखी जिसमे याची बनने के लिए फ़ोटो भी मांगी गयी थी जबकि हाई कोर्ट में फोटो ग्राफी कोर्ट के ही निर्देश पर कैंपस में होती है तथा सुप्रीम कोर्ट में सिर्फ लीडिंग पेटेशनेर की फोटो लगती है। मित्रो नीति गलत हो लेकिन नियति गलत रखने वालो का कभी भला नही हो सकता .. इसी का परिणाम था कि 1100के ऑर्डर के बावजूद सिर्फ 862 ही याची लाभ पाये।
चूँकि सुप्रीम कोर्ट अकेले फाइनेंसियल रूप से एफर्ट करना मुश्किल होता है अतः एक समूह बनाना ही पड़ता है।
धन्यवाद...
रवि शुक्ल। जौनपुर
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