क्या करेगी योगी सरकार, यूपी के सरकारी स्कूलों में आज से पढ़ाई बंद?

उत्तर प्रदेश के सरकारी स्कूलों में गुरुवार से पढ़ाई बंद हो गई है. दरअसल ये कोई सरकारी छुट्टी नहीं है, बल्कि आंदोलन का नतीजा है. आज स्टूडेंट तो स्कूल पहुंचे, लेकिन उनको पढ़ाने वाले गुरुजी नदारद रहे.
ऐसा इसलिए क्योंकि यूपी सरकार और शिक्षामित्रों के बीच बातचीत विफल हो गई है. शिक्षामित्रों ने सरकार के उस प्रस्ताव को ठुकरा दिया जिसमें उन्हें दस हजार रुपये महीने मानदेय देने की बात कही गई थी. दूसरी तरफ सरकार ने भी आन्दोलन से निपटने की तैयारी करते हुए ऐसे लोगों को चिन्हित कर उनके खिलाफ कार्रवाई के आदेश दिए हैं. इसके बाद शिक्षामित्रों ने गुरुवार से सूबे के सभी जिलों में स्कूलों में शिक्षण कार्य का बहिष्कार कर फिर से आन्दोलन का ऐलान किया.

बेसिक शिक्षा विभाग के अपर प्रमुख सचिव ने बुधवार को शिक्षामित्रों के संगठनों के पदाधिकारियों को वार्ता के लिए सचिवालय बुलाया था. सचिव ने शिक्षामित्रों के सामने दस हजार रूपये महीने और मूल विद्यालय या मौजूदा विद्यालय में ही नियुक्ति का प्रस्ताव रखा. उन्होंने सहायक अध्यापकों की भर्ती में वरीयता के प्रस्ताव पर विचार विमर्श का आश्वासन भी दिया.

इस पर शिक्षामित्रों ने कहा कि इतने वर्ष के अनुभव के बाद भी वे दस हजार रूपये में पढ़ाने को तैयार नहीं हैं. उन्हें सहायक अध्यापक बनने पर 39 हजार रूपये वेतन और भत्ते मिल रहे हैं. ऐसे में दस हजार रूपये में परिवार का पालन-पोषण संभव नहीं है. दोनों पक्षों के अड़ने के बाद करीब पांच मिनट में ही वार्ता विफल हो गई.
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