बलरामपुर : शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) में मनचाहा केंद्र पाने के
लिए अभ्यर्थियों ने नया तरीका खोजा है। को¨चग संचालकों के प्रोत्साहन पर
अभ्यर्थी इस परीक्षा के लिए एक से अधिक जनपदों में आवेदन कर रहे हैं।
जिससे परीक्षा के दौरान सुविधा वाले केंद्र पर परीक्षा दी जा सके लेकिन साफ्टवेयर पर अभ्यर्थियों की सूचनाएं मर्ज किए जाने पर उनका आवेदन निरस्त हो सकता है। ऐसे में टीईटी पास करने की उम्मीद लगाए बैठे अभ्यर्थियों की परेशानी बढ़ सकती है। न्यायालय द्वारा शिक्षामित्रों का समायोजन रद्द किए जाने के बाद टीईटी परीक्षा लोगों के लिए चर्चा का केंद्र बना हुआ है। दो वर्ष से सहायक अध्यापक की नौकरी कर रहे शिक्षामित्र परीक्षा पास करने के लिए कुछ भी करने को तैयार हैं। इसी का लाभ उठाते हुए को¨चग संचालक बीटीसी व शिक्षामित्र अभ्यर्थियों से परीक्षा के लिए एक से अधिक जिले में आवेदन करा रहे हैं। इसमें भी इलाहाबाद समेत देवीपाटन मंडल के दो जिले गोंडा व श्रावस्ती प्रमुख हैं। इसके लिए संचालकों ने विशेष आवदेन सेंटर निर्धारित किए हैं जहां शिक्षामित्रों का आवेदन कराया जा रहा है। इसमें अभ्यर्थी आवेदन के लिए अलग-अलग पंजीकरण भी करा रहे हैं।
क्या है नियम
शिक्षक पात्रता परीक्षा के सचिव परीक्षा नियामक द्वारा जारी निर्देश में स्पष्ट कहा गया है कि प्राथमिक अथवा जूनियर की शिक्षक पात्रता परीक्षा के लिए आवेदन करने वाले अभ्यर्थी को एक ही जिले से आवेदन करना है। अभ्यर्थी को संबंधित जिले में ही परीक्षा केंद्र आवंटित कर दिया जाएगा।क्या कहते हैं जिम्मेदार
जिला विद्यालय निरीक्षक हृदय नरायण त्रिपाठी ने बताया कि शिक्षक पात्रता परीक्षा के लिए अभ्यर्थी को एक ही जिले से आवेदन करना है। यदि कोई अभ्यर्थी एक से अधिक जिले में आवेदन करता है तो साफ्टवेयर पर डाटा मर्ज होने पर उसका आवेदन निरस्त हो जाएगा। ऐसी स्थित में एक से अधिक आवेदन करने वालों को अभ्यर्थियों को प्रवेश पत्र ही नहीं जारी होगा।
sponsored links:
ख़बरें अब तक - 72825 प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती - Today's Headlines
जिससे परीक्षा के दौरान सुविधा वाले केंद्र पर परीक्षा दी जा सके लेकिन साफ्टवेयर पर अभ्यर्थियों की सूचनाएं मर्ज किए जाने पर उनका आवेदन निरस्त हो सकता है। ऐसे में टीईटी पास करने की उम्मीद लगाए बैठे अभ्यर्थियों की परेशानी बढ़ सकती है। न्यायालय द्वारा शिक्षामित्रों का समायोजन रद्द किए जाने के बाद टीईटी परीक्षा लोगों के लिए चर्चा का केंद्र बना हुआ है। दो वर्ष से सहायक अध्यापक की नौकरी कर रहे शिक्षामित्र परीक्षा पास करने के लिए कुछ भी करने को तैयार हैं। इसी का लाभ उठाते हुए को¨चग संचालक बीटीसी व शिक्षामित्र अभ्यर्थियों से परीक्षा के लिए एक से अधिक जिले में आवेदन करा रहे हैं। इसमें भी इलाहाबाद समेत देवीपाटन मंडल के दो जिले गोंडा व श्रावस्ती प्रमुख हैं। इसके लिए संचालकों ने विशेष आवदेन सेंटर निर्धारित किए हैं जहां शिक्षामित्रों का आवेदन कराया जा रहा है। इसमें अभ्यर्थी आवेदन के लिए अलग-अलग पंजीकरण भी करा रहे हैं।
क्या है नियम
शिक्षक पात्रता परीक्षा के सचिव परीक्षा नियामक द्वारा जारी निर्देश में स्पष्ट कहा गया है कि प्राथमिक अथवा जूनियर की शिक्षक पात्रता परीक्षा के लिए आवेदन करने वाले अभ्यर्थी को एक ही जिले से आवेदन करना है। अभ्यर्थी को संबंधित जिले में ही परीक्षा केंद्र आवंटित कर दिया जाएगा।क्या कहते हैं जिम्मेदार
जिला विद्यालय निरीक्षक हृदय नरायण त्रिपाठी ने बताया कि शिक्षक पात्रता परीक्षा के लिए अभ्यर्थी को एक ही जिले से आवेदन करना है। यदि कोई अभ्यर्थी एक से अधिक जिले में आवेदन करता है तो साफ्टवेयर पर डाटा मर्ज होने पर उसका आवेदन निरस्त हो जाएगा। ऐसी स्थित में एक से अधिक आवेदन करने वालों को अभ्यर्थियों को प्रवेश पत्र ही नहीं जारी होगा।
sponsored links:
ख़बरें अब तक - 72825 प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती - Today's Headlines
0 Comments