शिक्षामित्रों की मांग, एकेडमी और मेरिट के आधार पर हो शिक्षक भर्ती, हाईकोर्ट में ठोंका वेटेज का दावा

लखनऊ. शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) पास शिक्षामित्रों और बीटीसी संयुक्त मोर्चा उत्तर प्रदेश के बैनर में समान काम और समान वेतन समेत कई मांगों को लेकर धरना किया गया। ये धरना लखनऊ के आलमबाग में गीता पल्ली इको गार्डन में मंगलवार को हुआ।
धरने के दौरान अध्यक्ष अभय कुमार सिंह ने कहा कि 68500 शिक्षक भर्ती में शिक्षामित्रों की भर्ती एकेडमी और मेरिट के आधार पर होनी चाहिए। इस दौरान शिक्षामित्रों ने कहा कि अगर उनकी मांगे नहीं मानी गईं तो वह सभी लोग एक साथ सिर मुंडवा लेंगे और आमरण अनशन करेंगे।

शिक्षामित्रों ने ठोंका दावा
वहीं दूसरी तरफ उत्तर प्रदेश के प्राइमरी स्कूलों में हो रही 12460 सहायक अध्यापक भर्ती को लेकर भी शिक्षामित्रों ने हाईकोर्ट में दावा ठोंका है। शिक्षामित्रों ने इसके लिए हाईकोर्ट में याचिका दाखिल की है। याचिका में शिक्षामित्रों ने मांग की है कि जैसा कि सुप्रीम कोर्ट ने निर्देश दिया था कि सरकार उन्हें आगे होने वाली शिक्षकों की भर्ती में वेटेज दे, जिससे उन लोगों को नौकरी मिल सके।

योगी सरकार से मांगा जवाब
आपको बता दें कि शिक्षामित्रों की इस याचिका पर जस्टिस अश्विनी कुमार मिश्र ने सुनवाई करते हुए योगी सरकार से जवाब मांगा है। हाईकोर्ट ने प्रदेश सरकार से मौजूदा भर्ती में शिक्षामित्रों को वेटेज देने के बारे में जानकारी मांगी है। हाईकोर्ट ने पूछा कि सरकार मौजूदा भर्ती में शिक्षामित्रों को वेटेज देगी या उसकी कोई और प्लानिंग है। योगी सरकार को पांच मई तक हाईकोर्ट में इस सवाल का जबाव देना है।

वेटेज पाने का अधिकार

जिन शिक्षामित्रों ने हाईकोर्ट में याचिका दाखिल की है उनका कहना है कि सरकार ने 12460 सहायक अध्यापक भर्ती का विज्ञापन 15 दिसंबर 2016 को निकाला था। उस समय हम लोगों का शिक्षामित्र से सहायक अध्यापक के पद पर समायोजन हो चुका था। लेकिन हाईकोर्ट ने बाद में उनका समायोजन कैंसिल किया उसके बाद सुप्रीमकोर्ट ने भी इस फैसले को ही लागू रखा। हालांकि बाद में एक दूसरी याचिका पर सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने शिक्षामित्रों को आयु सीमा में छूट और अगली दो भर्तियों में में वेटेज देने का निर्देश दिया। याची शिक्षामित्रों का कहना है कि सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों के मुताबिक उन्हें 12460 सहायक अध्यापकों की भर्ती में वेटेज पाने का हक है।