प्राइमरी में बीएड और इसकी सच्चाई : सरकार ने बी.एड को प्राइमरी शामिल करके एक तीर से दो निशाने किये

#प्राइमरी_में_बीएड_और_इसकी_सच्चाई
सरकार ने बी.एड को प्राइमरी शामिल करके एक तीर से दो निशाने किये है..

◾ अपना वोट बैंक मज़बूत करना
◾ भर्ती के नाम पर बीएड और बीटीसी दोनों को गुमराह करना
चलिए बताता हूँ कैसे
✔️ पहला पॉइंट तो सब की समझ में आ ही गया होगा..
✔️ अब बात करते हैं दूसरे की तो सब जानते हैं माननीय #सुप्रीम_कोर्ट ने प्राइमरी के लिए बीएड को #अवैध कर रखा है तो ऐसे मैं चुनाव से पहले जब बीजेपी नई भर्ती देगी जोकि सम्भवतः 68500 ही होगी..
तो दो बातें होंगी --
🔴 पहला बीटीसी वाले बीएड वालों के आवेदन का विरोध करने कोर्ट जायेंगे (सुप्रीम कोर्ट के आदेश को आधार बनाकर)
🔴 दूसरा बीएड वाले खुद को दौड़ में शामिल रखने के लिए कोर्ट का दरवाज़ा खटखटाएंगे (भारत सरकार की नई गाइडलाइंस को आधार बनाकर)
और ये केस हाई कोर्ट से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक चलता रहेगा..और सरकार बैठ कर #तमाशा देखेगी..
इस तरह सरकार एक तरफ बड़ी भर्ती देकर #वाहवाही लूटेगी वहीं दूसरी तरफ़ कोर्ट का हवाला देकर इस #भर्ती_को_पूरा_नहीं_करेगी..
इस तरह सरकार को #वोट भी मिल जायेगा और भर्ती पूरी ना होने से उसका #राजस्व बचेगा सो अलग..
और बीएड-बीटीसी #कठपुतलियों की तरह सरकार की मंशा का शिकार होकर आपस में ही लड़ते रहेंगें..
और फिर वही होगा जो हमेशा होता आया है #सरकार_की_जीत_और_बेरोजगारों_की_हार