बीटीसी-डीएलएड अभ्यर्थियों का कलक्ट्रेट में प्रदर्शन: प्राथमिक शिक्षक भर्ती में बीएड डिग्रीधारकों को अर्ह मानने का विरोध, नारेबाजी के बाद प्रधानमंत्री और केंद्रीय मंत्री को भेजा ज्ञापन

सहारनपुर : प्राथमिक शिक्षक भर्ती में बीएड डिग्रीधारकों को पात्र माने जाने के विरोध में संयुक्त प्रशिक्षु मोर्चा बीटीसी ने नारेबाजी कर प्रदर्शन किया। उन्होंने बीटीसी-डीएलएड अभ्यर्थियों से ही प्राथमिक शिक्षकों के रिक्त पद भरने की मांग की।
बाद में प्रधानमंत्री व मानव संसाधन विकास मंत्री को संबोधित ज्ञापन जिला प्रशासन को दिए गए।1सोमवार को मोर्चा के जिलाध्यक्ष रंजन सिंघल के नेतृत्व में कलेक्ट्रेट पहुंचे बीटीसी-डीएलएड अभ्यर्थियों ने नारेबाजी कर प्रदर्शन किया। उनका कहना था कि राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद ने प्राथमिक शिक्षकों की भर्ती में बीएड डिग्रीधारकों को भी योग्य माना है, जबकि बीएड डिग्रीधारक 12वीं तक कक्षाओं को पढ़ाने के लिए पात्र होते है। परिषद का निर्णय बीटीसी-डीएलएड अभ्यर्थियों पर कुठाराघात है। बीटीसी-डीएलएड का प्रशिक्षण ले चुके अभ्यर्थी केवल प्राथमिक स्कूलों में ही नियुक्ति के लिए पात्र है। प्रदेश में दो लाख से अधिक बीटीसी-डीएलएड अभ्यर्थी बेरोजगार है। वर्ष-2019 में यह संख्या पांच लाख हो जायेगी। ऐसे में बीएड अभ्यर्थियों को छह माह का ब्रिज कोर्स कराकर उन्हें प्राथमिक शिक्षकों की नियुक्ति के लिए पात्र माना जाना डीएलएड अभ्यर्थियों के साथ अन्याय होगा। उन्होंने एमएचआरडी के 10 सितंबर 2012 की शर्तों को प्रदेश में लागू रखने की मांग की। बाद में उन्होंने प्रधानमंत्री व मानव संसाधन विकास मंत्री को संबोधित ज्ञापन जिला प्रशासन को सौंपा। प्रदर्शन में आयुष सैनी, मौ.शोयब, प्रशांत राणा,विनीत चौधरी, सचिन सहित दर्जनों अभ्यर्थी शामिल रहे।