कर्मचारी, शिक्षक, अधिकारी पुरानी पेंशन बहाली मंच के बैनर तले सभी दामोदर स्वरूप पार्क पहुंचे। इस दौरान मुख्य वक्ता नरमू के केंद्रीय अध्यक्ष बंसत चतुर्वेदी, जोनल सचिव आयकर कर्मचारी संघ रविंद्र सिंह,पूर्व एमएलसी राम बाबू शास्त्री, पूर्व एमएलसी राम बाबू शास्त्री, बीमा संघ की गीता शांत, बैंक यूनियन के संजीव मेहरोत्रा ने कहा, देश में राजनेताओं को पुरानी तथा कर्मचारियों को नई पेंशन की दोहरी नीति बर्दाशत नहीं की जाएगी। उन्होंने जरूरत पड़ने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी। इस मौके पर मुकेश सिंह चौहान, पंकज सक्सेना, अजरार हुसैन आगा, डॉ. विनोद शर्मा, मानवेंद्र यादव, राकेश मौर्य, तेजपाल मौर्य, डॉ. योगेश शर्मा, विशेष गंगवार, प्रमोद गंगवार, रिजवान अहमद, रेखा, नीति, प्रिया मिश्रा, अतिमा नारंग, रूपलाल कश्यप, भूपेंद्र पाल आदि मौजूद रहे। इन संगठनों ने दिखाई एकजुटता
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कार्य बहिष्कार से कार्यालयों में पसरा सन्नाटा
जागरण संवाददाता, बरेली : पुरानी पेंशन बहाली को लेकर शिक्षक व कर्मचारियों के आंदोलन से दिन भर कार्यालय सूने रहे। कर्मचारियों ने कार्य बहिष्कार करके सांकेतिक हड़ताल की। इससे कार्यालयों में कामकाज पर असर पड़ा।
दरअसल गुरुवार को पंचायती राज, अर्थ एवं सांख्यिकी, युवा कल्याण, डीपीओ, डीआरडीए, समाज कल्याण, बेसिक शिक्षा, माध्यमिक शिक्षा, वन विभाग सहित आदि कार्यालयों में कर्मचारी निर्धारित समय पर पहुंचे। उपस्थिति दर्ज करने के बाद आंदोलन में शामिल होने के लिए दामोदर स्वरूप पार्क चले गए। इससे कार्यालय खाली हो गए और समस्या समाधान के लिए पहुंचे लोगों को मायूसी हाथ लगी।
शिक्षामित्रों ने उठाई शिक्षण की जिम्मेदारी
सरकारी स्कूलों से शिक्षक आंदोलन में शामिल होने के लिए निकल गए। ऐसे में शिक्षण व्यवस्था का भार शिक्षामित्रों ने उठाया। विद्यालय बंद करने की बजाय उन्होंने बच्चों को स्कूलों में पढ़ाया।
राजेश ने मानवेंद्र गुट पर जताया भरोसा
जूनियर हाईस्कूल शिक्षक संघ त्यागी गुट के जिलाध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद गंगवार ने पुरानी पेंशन बहाली का विरोध किया। लेकिन गुरुवार को आंदोलन की धार देख इस गुट के आलमपुर ब्लॉक अध्यक्ष राजेश कुमार शर्मा ने मानवेंद्र गुट पर भरोसा जताया। अपने संगठन से त्यागपत्र देकर उनके गुट की सदस्यता ग्रहण की।