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हाईस्कूल फेल व्यक्ति अध्यापक बन कर आठ साल लेता रहा वेतन

गिलौला/ श्रावस्ती फर्जी कागजातों के सहारे नौकरी कर रहे शिक्षक को बेसिक शिक्षा विभाग ने पकड़ा है। पकड़े गए आरोपी शिक्षक पर गिलौला थाने में प्राथमिकी दर्ज करा कर पुलिस के हवाले कर दिया गया है। पकड़ा गया शिक्षक हाईस्कूल फेल है और 2010 से शिक्षक की नौकरी कर रहा था।
खास बात यह है कि अध्यापक के पद पर भर्ती कराने वाला व्यक्ति इस फर्जी अध्यापक से हर महीने वेतन से 15 हजार रुपए ले लेता था।

सिद्धार्थनगर के जनपद पूर्व माध्यमिक विद्यालय खैराबाजार, विकास क्षेत्र बढ़नी के सहायक अध्यापक शोभानाथ ने मंडलायुक्त गोण्डा से शिकायत की थी कि उनके अभिलेख पर श्रावस्ती जिले में कोई व्यक्ति अध्यापक की नौकरी कर रहा है। मंडलायुक्त ने इसकी जांच डीएम श्रावस्ती को सौंपी। डीएम ने बेसिक शिक्षाधिकारी से जांच कराई तो मामला सही पाया गया। जांच के आधार पर खंड शिक्षाधिकारी गिलौला ओम प्रकाश मिश्र ने बुधवार को गिलौला थाने में आरोपी शिक्षक पर धोखाधड़ी का केस दर्ज कराया। इसके साथ ही आरोपी शिक्षक को पुलिस के हवाले कर दिया। पुलिस ने आरोपी शिक्षक को गिरफ्तार करके पूछताछ शुरू कर दी।

आठ साल से कर रहा था नौकरी, चार साल पहले मिली पदोन्नति

गिलौला। गिलौला के प्राथमिक स्कूल धनऊपुर में तैनात प्रधान शिक्षक शोभानाथ पिछले आठ साल से नौकरी कर रहा था। सहायक अध्यापक के रूप में नौकरी पाए शोभानाथ की पदोन्नति वर्ष 2014 में करके प्रधानाध्यापक बना दिया गया। इस मामले का खुलासा तब हुआ जब शिकायतकर्ता शिक्षक ने आधार कार्ड लिंक कराया। आधार कार्ड लिंक होते ही इस बात की जानकारी हुई कि इस नाम का एक और व्यक्ति श्रावस्ती जिले में नौकरी कर रहा है।

50 हजार रिश्वत देकर पाई थी नौकरी

श्रावस्ती। फर्जी कागजात के सहारे नौकरी कर रहे आरोपी को 10वीं फेल बताया गया है। खंड शिक्षाधिकारी ओम प्रकाश मिश्र ने बताया कि पकड़ा गया आरोपी मूल रूप से संत कबीर नगर जिले के ग्राम जमीरा पोस्ट नोटा का रहने वाला है। लेकिन फर्जी कागजातों के सहारे नौकरी हथिया ली। आरोपी की माने तो उसे 50 हजार रुपए में नौकरी मिली थी और नौकरी दिलाने वाला व्यक्ति अब भी प्रति माह 15 हजार रुपए वेतन से ले लेता था।

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