ALLAHABAD: इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में रेगुलर फैकेल्टी
रिक्रूटमेंट ड्राइव को करारा झटका लगा है। एयू में नियमित शिक्षक भर्ती की
शुरुआत ही विवादों से हुई है। शिक्षक भर्ती के शुरुआत में ही भारी गड़बड़ी
की बात सामने आने से हिन्दी विषय का इंटरव्यू रद कर दिया गया है।
इसको लेकर कैम्पस में तरह तरह की चर्चाएं हैं। जिसमें बताया जा रहा है कि हिन्दी विषय से आवेदन करने वाले अभ्यर्थियों में भी खासा आक्रोश है।
बड़ी संख्या में आए थे आवेदन
जानकारी के अनुसार, इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में हिन्दी विषय से असिस्टेंट प्रोफेसर के लिए आवेदन करने वाले अभ्यर्थियों का इंटरव्यू वेडनसडे को होना था। लेकिन यह इंटरव्यू निर्धारित तिथि पर करवाए जाने से पहले ही रद्द कर दिया गया। बताया जा रहा है कि इंटरव्यू के लिए डीन आर्ट्स प्रो। ए। सत्यनारायण ने परमीशन देने से इंकार कर दिया। जिसके बाद इसे मजबूरन निरस्त करना पड़ा। पूरे मामले की जड़ में जाने पर पता चला है कि इंटरव्यू के लिए तकरीबन 138 अभ्यर्थियों को कॉल किया गया था। जबकि आवेदन बड़ी संख्या में आए थे।
दस्तावेजों से की गई छेड़छाड़
इनमें अर्हता रखने वाले कई अभ्यर्थियों को इंटरव्यू के लिए कॉल ही नहीं किया गया। इसको लेकर इविवि प्रशासन से शिकायत भी दर्ज करवाई गई है। मणिपुर यूनिवर्सिटी इंफाल से आवेदन करने वाले शिकायतकर्ता डॉ। अखिलेश कुमार शंखधर का आरोप है कि आवेदन के साथ सबमिट किए गए दस्तावेजों के साथ छेड़छाड़ करके अभ्यर्थी को अयोग्य ठहरा दिया गया है। उन्होंने इंटरव्यू के लिए कॉल न किए जाने पर गहरी निराशा भी व्यक्त की है और तत्काल एक्शन लेने की डिमांड भी की है।
सबकुछ खुद ही कर लिया तय
उधर, डीन आर्ट्स की मंजूरी न मिलने की वजह भी सनसनीखेज है। बताया जा रहा है कि हिन्दी विषय के लिए आए फार्मो की स्क्रीनिंग से डीन को अलग रखा गया। जबकि डीन स्क्रीनिंग कमेटी का कन्वेनर होता है। सबकुछ पहले से तय होने के बाद एक फार्मेलिटी के तहत एफआरडीसी ने डीन से इंटरव्यू के लिए परमीशन मांगी तो उन्होंने इससे इंकार कर दिया। इसके साथ ही प्रो। ए। सत्यनारायण ने इसपर नाराजगी जाहिर की कि जिन्हें इंटरव्यू के लिए सेलेक्ट किया गया है। उनमें शामिल कई अभ्यर्थियों के फार्मो में भारी गड़बड़ी है।
नए बखेड़े को जन्म देगा खेल
इधर, हिन्दी विभाग का इंटरव्यू कैंसिल होने से कई सारे गंभीर सवाल खड़े होते नजर आ रहे हैं। ऐसे समय जब यूनिवर्सिटी कई सारी समस्याओं से गुजर रही तब शिक्षक भर्ती की शुरुआत में ही किया गया खेल नए बखेड़े को जन्म देता नजर आ रहा है। बता दें कि आपत्ति करने वाले प्रो। ए। सत्यनारायण इविवि के वरिष्ठ शिक्षकों में शुमार हैं। नियमित कुलपति प्रो। आरएल हांगलू से पहले बतौर कार्यवाहक कुलपति रहे प्रो। सत्यनारायण की छवि उनके बेहतर कार्यो एवं कर्तव्यनिष्ठा को लेकर रही है।
मेरे पास हिन्दी विषय के इंटरव्यू से जुड़े अभ्यर्थियों की कंप्लेन आई है। यह बात सही है कि मुझे फार्मो की स्क्रीनिंग से अलग रखा गया। ऐसे में मैने इंटरव्यू के लिए परमीशन देने से मना किया था।
प्रो। ए। सत्यनारायण, डीन आर्ट्स इविवि
यह किसने कहा कि 27 जुलाई को इंटरव्यू था। मेरी जानकारी में ऐसा नहीं है। अभी तो सभी विभागों के लिए तैयारी ही की जा रही है। इंटरव्यू की शुरुआत होगी तो सूचना दी जाएगी.
प्रो। रामेन्द्र सिंह, डायरेक्टर एफआरडीसी
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ख़बरें अब तक - 72825 प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती - Today's Headlines
इसको लेकर कैम्पस में तरह तरह की चर्चाएं हैं। जिसमें बताया जा रहा है कि हिन्दी विषय से आवेदन करने वाले अभ्यर्थियों में भी खासा आक्रोश है।
बड़ी संख्या में आए थे आवेदन
जानकारी के अनुसार, इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में हिन्दी विषय से असिस्टेंट प्रोफेसर के लिए आवेदन करने वाले अभ्यर्थियों का इंटरव्यू वेडनसडे को होना था। लेकिन यह इंटरव्यू निर्धारित तिथि पर करवाए जाने से पहले ही रद्द कर दिया गया। बताया जा रहा है कि इंटरव्यू के लिए डीन आर्ट्स प्रो। ए। सत्यनारायण ने परमीशन देने से इंकार कर दिया। जिसके बाद इसे मजबूरन निरस्त करना पड़ा। पूरे मामले की जड़ में जाने पर पता चला है कि इंटरव्यू के लिए तकरीबन 138 अभ्यर्थियों को कॉल किया गया था। जबकि आवेदन बड़ी संख्या में आए थे।
दस्तावेजों से की गई छेड़छाड़
इनमें अर्हता रखने वाले कई अभ्यर्थियों को इंटरव्यू के लिए कॉल ही नहीं किया गया। इसको लेकर इविवि प्रशासन से शिकायत भी दर्ज करवाई गई है। मणिपुर यूनिवर्सिटी इंफाल से आवेदन करने वाले शिकायतकर्ता डॉ। अखिलेश कुमार शंखधर का आरोप है कि आवेदन के साथ सबमिट किए गए दस्तावेजों के साथ छेड़छाड़ करके अभ्यर्थी को अयोग्य ठहरा दिया गया है। उन्होंने इंटरव्यू के लिए कॉल न किए जाने पर गहरी निराशा भी व्यक्त की है और तत्काल एक्शन लेने की डिमांड भी की है।
सबकुछ खुद ही कर लिया तय
उधर, डीन आर्ट्स की मंजूरी न मिलने की वजह भी सनसनीखेज है। बताया जा रहा है कि हिन्दी विषय के लिए आए फार्मो की स्क्रीनिंग से डीन को अलग रखा गया। जबकि डीन स्क्रीनिंग कमेटी का कन्वेनर होता है। सबकुछ पहले से तय होने के बाद एक फार्मेलिटी के तहत एफआरडीसी ने डीन से इंटरव्यू के लिए परमीशन मांगी तो उन्होंने इससे इंकार कर दिया। इसके साथ ही प्रो। ए। सत्यनारायण ने इसपर नाराजगी जाहिर की कि जिन्हें इंटरव्यू के लिए सेलेक्ट किया गया है। उनमें शामिल कई अभ्यर्थियों के फार्मो में भारी गड़बड़ी है।
नए बखेड़े को जन्म देगा खेल
इधर, हिन्दी विभाग का इंटरव्यू कैंसिल होने से कई सारे गंभीर सवाल खड़े होते नजर आ रहे हैं। ऐसे समय जब यूनिवर्सिटी कई सारी समस्याओं से गुजर रही तब शिक्षक भर्ती की शुरुआत में ही किया गया खेल नए बखेड़े को जन्म देता नजर आ रहा है। बता दें कि आपत्ति करने वाले प्रो। ए। सत्यनारायण इविवि के वरिष्ठ शिक्षकों में शुमार हैं। नियमित कुलपति प्रो। आरएल हांगलू से पहले बतौर कार्यवाहक कुलपति रहे प्रो। सत्यनारायण की छवि उनके बेहतर कार्यो एवं कर्तव्यनिष्ठा को लेकर रही है।
मेरे पास हिन्दी विषय के इंटरव्यू से जुड़े अभ्यर्थियों की कंप्लेन आई है। यह बात सही है कि मुझे फार्मो की स्क्रीनिंग से अलग रखा गया। ऐसे में मैने इंटरव्यू के लिए परमीशन देने से मना किया था।
प्रो। ए। सत्यनारायण, डीन आर्ट्स इविवि
यह किसने कहा कि 27 जुलाई को इंटरव्यू था। मेरी जानकारी में ऐसा नहीं है। अभी तो सभी विभागों के लिए तैयारी ही की जा रही है। इंटरव्यू की शुरुआत होगी तो सूचना दी जाएगी.
प्रो। रामेन्द्र सिंह, डायरेक्टर एफआरडीसी
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