12 sep बेसिक शिक्षामंत्री व बेसिक शिक्षा के उच्च अधिकारियों से मुलाकात वार्ता का सार : Ganesh Dixhit

प्रशंसा और आलोचनाओं से परे जाकर उन्हें दरकिनार करते हुये टीईटी संघर्ष मोर्चा गत पाँच वर्षों से अपने पूर्ण समर्पण के साथ टीईटी 2011 उत्तीर्ण अभ्यर्थीयों के हित में लगा हुआ ,इसी क्रम में मोर्चा का एक प्रतिनिधिमंडल ने (जिसमें मेरे साथ श्री एम पी सिंह व रामकुमार पटेल थे ) ,कल बेसिक शिक्षामंत्री श्री अहमद हसन जी व आज बेसिक शिक्षा के उच्च अधिकारियों से मुलाकात की , उनसे हुई वार्ता का सार निम्नवत है -

1- सर्वप्रथम हमने मंत्री जी से सुप्रीम कोर्ट के आदेश पालन( 7 दिसम्बर व 24 फरवरी ) की बात की जिस पर मंत्री जी ने कहा की हमारे पास रिक्त सीटों की कोई कमी नहीँ है यदि कोर्ट का आदेश ऐसा होगा तो हमारे अधिकारी उस पर कार्यवाही करेंगे और प्रस्ताव जब उनके सामने आयेगा तो वो उस पर निसंदेह सकारात्मक निर्णय लेंगे पर अभी ऐसा कोई प्रस्ताव उच्चअधिकारियों द्वारा उनके सामने नहीँ लाया गया है अर्थात इसमें कोई लीगल अड़चन होगी ।
यही बात आज जब हमने अनुभाग 5 बेसिक शिक्षा के इंचार्ज श्री शैलेन्द्र तिवारी के सामने रखी क्योंकि बेसिक शिक्षा सम्बन्धी सभी कार्यवाही यहीं से की जाती हैं ,तो उन्होंने कहा की याचीओं की नियुक्ति या कोर्ट को इस सम्बन्ध में जवाब देने की विभाग की कोई तैयारी या मंशा नहीँ है ।
मित्रों , इस सम्बन्ध में अब हम ये स्पष्ट करना चाहते हैं हमें जो भी मिलेगा वो कोर्ट के सख्त आदेश पर ही मिलेगा वरना यहाँ जमीनी स्तर पर ये लोग कुछ भी करने की स्थिति में नहीँ हैं ,कोर्ट की पैरवी और इस संघर्ष के लिये ज़मीन पर आकर हकीकत में लड़ने वाले सभी साथियों को साधुवाद ,इन सभी से अपील करता हूँ की सभी लोग एकसाथ आयें जिससे इस लड़ाई को पूर्णरूपेण जीता जा सके क्योंकि अलग-अलग होकर कई छुटभैये वकील खड़े करने का परिणाम हम 24 अगस्त की सुनवाई में देख चुके हैं जब नियुक्ति का आदेश इन छुटभैये वकीलों की वजह से होतेहोते रह गया ।
इसलिये संघर्ष से जुड़े सभी लोग सभी मतांतर भूल 13 सितम्बर को 10 बजे केसरबाग ,लखनऊ के राय ऊमानाथ प्रेक्षागृह में साझा रणनीति बनाने के लिये हो रही मीटिंग में प्रतिभाग अवश्य करें ।
मित्रों ,कुछ लोग केवल घर पर बैठकर फेसबुक पोस्टों के माध्यम से लोगों को बरगलाते रहते हैं की ये हो रहा है या वो हो रहा है जबकि जमीनी हकीकत यह है की कुछ भी नहीँ हो रहा ,ऐसे फेसबुकिए नेताओं को चेतावनी देना चाहता हूँ की वो अफवाह न फैलायें अगर हकीकत में कुछ करना है तो घर से बाहर निकल जमीनी स्तर पर काम करें , न की फेसबूक पोस्टों से चयनित,अच्य्नीत में लोगों को बांटकर केवल कोरी नेतागिरी दिखा अपनी चंदे की दुकान चलाने का काम करें ,ये संघर्ष टीईटी 2011 का है और अंतिम समस्या समाधान तक चलेगा फ़िर चाहे याची मुद्दा हो या चयनित लोगों के वेतन ,एरियर ,ट्रांसफर का मुद्दा हो सारे हमारे ही मुद्दे हैं जिनसे हमें एक दूसरे के सहयोग से सामूहिक रूप से निपटना होगा तभी पूर्ण विजय सम्भव है इसलिये जिसे कुछ करना है वो हकीकत में करे न की केवल सोशियल मीडिया पर ।
2- मंत्री जी से दूसरी बात चयनित लोगों से वेतन और एरियर के नाम पर बीआरसी व बीएसए कार्यालयों में हो रही अवैध वसूली और लूट की बात रखी तो मंत्रीजी ने कहा की हमने सामूहिक बिल बनाने के आदेश दिये हैं फ़िर भी कुछ जिलों में बीएसए मनमानी करते हुये अवैध वसूली करवा रहें हैं जिससे हमारी सरकार की काफी बदनामी हो रही है ,ऐसे अधिकारियों पर शिकंजा कसने की तैयारी चल रही है और जल्द ही इन पर कार्यवाही होगी ,आप लोगों को जिस भी जिले में एरियर देने में कोई शिकायत हो तो उस जिले के बीएसए को लिखें और साथ ही एक कॉपी मेरे कार्यालय को भेजें,जल्द से जल्द दोषियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही की जायेगी ।
मित्रों ,एरियर के संदर्भ में आप किसी को एक पैसा रिश्वत का न दें और जानबूझकर लटकाने या एरियर न देने वालों की सूचना आप मुझे दें ,मोर्चा इन शिकायतों को खुद मंत्रीजी के सामने रखेगा ,आप केवल जिला व अधिकारी का नाम व समस्या बतायें। वेतन आपकी मेहनत की कमाई है कोई भी आपसे इसके लिये रिश्वत नहीँ ले सकता और न ही आप दें ।
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