अब उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग की बारी, छह सदस्यों में पांच की कुर्सियां खाली

पहले माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड और फिर लोक सेवा आयोग में सदस्यों की नियुक्ति ने उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग की उम्मीदें भी बढ़ा दी हैं। इस आयोग में सदस्यों के छह पदों में पांच रिक्त हैं जिसकी वजह से यहां कोई निर्णायक काम नही हो पा रहा है।
कोरम न होने से आयोग परीक्षाओं के परिणाम घोषित करने तक में असमर्थ है।1उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग में सदस्यों की नियुक्ति विवादों में रही है इसलिए इस बार शासन ने पूरी औपचारिकताएं पूरी करके ही चयन करने का फैसला किया है।
इसके तहत विज्ञापन जारी कर आवेदन लिए हए हैं और वर्तमान में अन्य औपचारिकताएं निभाई जा रही हैं। आयोग के अध्यक्ष प्रभात मित्तल की ओर से भी इस संबंध में शासन को पत्र लिखा जा चुका है कि सदस्यों की नियुक्तियां जल्द की जाएं। उन्होंने व्यक्तिगत रूप से भी अधिकारियों को सदस्य न होने की वजह से आ रही परेशानियों की जानकारी दी है। आयोग के सूत्रों के अनुसार इसी हफ्ते सदस्यों की नियुक्ति होने की संभावना है। उल्लेखनीय है कि उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग में पिछले आठ साल से इन नियुक्तियां नहीं हो पाई हैं। वर्तमान में 1652 पदों के साक्षात्कार चल रहे हैं और 1150 पदों का विज्ञापन जारी किया गया है। कोरम न पूरा होने से जहां साक्षात्कार प्रक्रिया बहुत धीमी गति से चल रही है, वहीं नए विज्ञापन का काम अधर में है। वैसे आयोग को सचिव की भी दरकार है। वर्तमान में कार्यवाहक सचिव से काम चलाया जा रहा है।

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