समाजवादी पार्टी में तख्तापलट, वर्चस्व की जंग में दो फाड़ हुई समाजवादी पार्टी: पिता को हटा कर अखिलेश बने राष्ट्रीय अध्यक्ष , शिवपाल का प्रदेश अध्यक्ष पद छीना

लखनऊ : वर्चस्व की जंग में दो फाड़ हुई समाजवादी पार्टी (सपा) में नए साल की सुबह तख्तापलट हो गया। प्रतिनिधि अधिवेशन में मुलायम सिंह यादव को अध्यक्ष पद से हटाकर उनके पुत्र व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को सपा का राष्ट्रीय अध्यक्ष बना दिया गया।
शिवपाल यादव को प्रदेश अध्यक्ष पद और अमर सिंह को पार्टी से बर्खास्त कर दिया गया। मुलायम को पार्टी के संरक्षक की भूमिका दी गई है। बौखलाए मुलायम ने जवाबी कार्रवाई करते हुए अधिवेशन को ही अवैध घोषित कर दिया, फिर अधिवेशन के सूत्रधार प्रो. रामगोपाल यादव, किरनमय नंदा और नरेश अग्रवाल को सपा से निष्कासित कर दिया। मुलायम ने पांच जनवरी को सपा का राष्ट्रीय सम्मेलन बुलाया है। दूसरी ओर अखिलेश ने विधान परिषद सदस्य नरेश उत्तम को प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया है। 1ओहदा, अधिकार और वर्चस्व हासिल करने के प्रयासों में समाजवादी परिवार की कलह पहले संग्राम में बदली और फिर जनशक्ति प्रदर्शन के माध्यम से रविवार को राष्ट्रीय प्रतिनिधि सम्मेलन की शक्ल में सामने आई। राजधानी लखनऊ के जनेश्वर मिश्र पार्क में 25 बरस पहले समाजवादी पार्टी के गठन से लेकर अब तक पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष का पद संभाल रहे मुलायम सिंह को पद से बेदखल करने का अकल्पनीय फैसला किया गया। इसके साथ ही अखिलेश यादव को राष्ट्रीय अध्यक्ष घोषित किया गया। शिवपाल को प्रदेश अध्यक्ष पद से हटाने के साथ परिवार में लड़ाई की जड़ ठहराए जाने वाले राज्यसभा सदस्य अमर सिंह को सपा से ही निष्कासित कर दिया। अखिलेश को संसदीय बोर्ड, राष्ट्रीय कार्यकारिणी के पदाधिकारियों के चयन का अधिकार भी सौंप दिया गया।

sponsored links:
ख़बरें अब तक - 72825 प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती - Today's Headlines