बरेली: इस तरह अध्यापकों से मांगी जाती है रिश्वत, देखे विडियो

बरेली। यूपी के बरेली में बेसिक शिक्षा विभाग में रिश्वतखोरी का सनसनीखेज मामला सामने आया है। सरकारी स्कूल के अध्यापक ने रिश्वत मांगने वाले कर्मचारियों का वीडियो बना लिया और शिकायत सहित जिलाधिकारी सुरेन्द्र सिंह को सौंप दिया।
जिसके बाद डीएम ने बीएसए चंदना राम इकबाल को बुलाकर जमकर हडकाया और दोषियों पर मुकदमा दर्ज करने के आदेश दिए हैं।

क्या था मामला

बरेली मझगवां के जलालनगर विधालय में तैनात सहायक अध्यापक नरेन्द्र कुमार ने जिलाधिकारी को बताया कि कुछ समय पहले सहायक बेसिक शिक्षा अधिकारी नरेंद्र सिंह ने ऐरियर के नाम पर अनुचित मांग करते हुये 1000 रूपये ले लिये। आरोप है कि इसके बाद से निरीक्षण के नाम पर उन्हें व साथियों को प्रताड़ित किया जाने लगा। जिसका उन्होंने वीडियो बना लिया, वीडियो बनाये जाने की जानकारी लगने पर एबीएसए के गुर्गो ने पीड़ित के साथ हाथापाई की।

देखिये वीडियो कौन, कैसे और किस काम की ले रहे रिश्वत

पीड़ित का आरोप है कि सितम्बर 16 में बाइक खराब होने के कारण वह स्कूल देर से पहुंचा। N.P.R.C हरपाल सिंह ने स्कूल का निरीक्षण किया और गैरहाजिर दिखा दिया।  आरोप है कि N.P.R.C हरपाल सिंह के माध्यम से A.B.S.A  ने 1500 रूपये रिश्वत लेकर वेतन जारी कर दिया। जिसका अध्यापक ने वीडियो बना लिया।

9 दिन बाद किये गए निरीक्षण में सहायक अध्यापक अमित और जय प्रकाश गैरहाजिर मिले। आरोप है कि A.B.R.C राकेश उपाध्याय ने 500 रूपये लेकर हाजरी लगवा दी। जिसका भी वीडियो बना लिया गया, नवंबर माह में मधुमक्खी आने के चलते स्कूल बंद कर पत्र व्यवहार रजिस्टर में अंकित कर दिया गया। लेकिन बगैर नोटिस दिए सभी अध्यापको का वेतन काट दिया गया और अनुचित मांग की जाने लगी।

बीएसए की बदली चाल

तीन दिन पहले पीड़ित शिकायत लेकर A.B.S.A के पास गया था। जहाँ उनके गुर्गो ने पीड़ित के साथ हाथापाई की और वेतन के नाम पर दस हजार रूपये मांगे। जिसके बाद वह B.S.A के पास पहुंचा और भ्रष्टाचार के  दस्तावेज दिखाये। लेकिन भ्रष्टाचार में सामिल B.S.A  ने उसे दफ्तर से ही भगा दिया। जिसके बाद पीड़ित ने जिलाधिकारी से शिकायत की। जिलाधिकारी ने B.S.A की क्लास ली और दोषियों के खिलाफ कार्यवाही के आदेश दिए हैं।
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