1500 समायोजित शिक्षकों का वेतन रोका, रोष, शिक्षामित्र से शिक्षक बने अध्यापकों ने लेखा को दिया अल्टीमेटम

शिक्षा संकुल भवन में शुक्रवार को बड़ी तादात में पहुंचकर समायोजित शिक्षकों ने अप्रैल माह का वेतन रोके जाने पर रोष जताया। समायोजित शिक्षकों के कारण पूछने पर अधिकारियों ने वेतन कम्प्यूटर कार्यक्रम में तकनीकी खामी होने की जानकारी दी।
जिस पर आक्रोशित शिक्षकों ने 29 मई तक वेतन जारी न होने पर 30 मई को बीएसए कार्यालय पर धरना प्रदर्शन की चेतावनी दी है।
शुक्रवार को अप्रैल माह का वेतन रोके जाने पर संयुक्त समायोजित शिक्षक संघ एसोसिएशन के पदाधिकारी बीएसए कार्यालय पहुंचे। जहां पर मंडल अध्यक्ष राजेश गुप्ता, जिलाध्यक्ष मनोज यादव ने प्रभारी लेखाधिकारी एवं डिप्टी बीएसए संतोष प्रताप सिंह को अपनी समस्या बताई। उन्होंने शिक्षाधिकारियों को बताया कि पुराने शिक्षकों के साथ 1500 समायोजित शिक्षकों का वेतन जारी होता रहा है। इस बार यदि कोई भी समस्या थी तो उसकी न संगठन को जानकारी दी गई और न ही समस्या दूर होने का इंतजार किया गया। इस बारे में प्रभारी लेखाधिकारी ने साफ्टवेयर में तकनीकी खामी होने की बात बताई।
उसके बाद सभी समायोजित शिक्षक कार्यालय से बाहर आ गए। उन्होंने कार्यालय के बाहर गेट बंद कर प्रतीकात्मक विरोध भी जताया। साथ ही समस्या का निराकरण न होने पर 30 मई को धरना प्रदर्शन में अधिक से अधिक संख्या में पहुंचने की समायोजित शिक्षकों से अपील की गई। इस दौरान हरिओम प्रजापति, ओमेन्द्र कुशवाह, मोहम्मद इशाक, प्रदीप राना, अनिल सोलंकी, विजय तिवारी, मीनीक्षा यादव, अवधेश कुमारी, अनीता, विनीता, जितेन्द्र यादव, शैलेन्द्र यादव, ऋषि, भगवती प्रसाद मौजूद रहे।, अरुण कुमार, मोहनलाल सिंह, दिनेश चंद्र, विक्रम, राजवीर, विनीत कुमार, उदयवीर सिंह आदि मौजूद रहे।
29 मई तक वेतन जारी नहीं होने पर होगा धरना प्रदर्शन शुक्रवार को कार्यालय पहुंच लेखाधिकारी से जताया विरोधलेखाधिकारी ने वेतन कार्यक्रम में तकनीकी खामी होना बताया
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