खुशखबरी: अंतर्जनपदीय ट्रांसफर के लिए 7 जुलाई से 20 जुलाई तक ऑनलाइन आवेदन

प्रदेश में प्राथमिक शिक्षक बनने के लिए अब बीटीसी नहीं बल्कि डीएलएड (डिप्लोमा इन एलीमेंट्री एजूकेशन) की डिग्री लेनी होगी। बेसिक शिक्षा परिषद ने शुक्रवार को हुई बैठक में इसका प्रस्ताव पास कर दिया है।
अब शासन से मंजूरी के बाद प्रदेश में बीटीसी का अस्तित्व समाप्त हो जाएगा और प्राथमिक शिक्षक बनने के लिए डीएलएड ही अनिवार्य अर्हता होगा। सचिव संजय सिन्हा ने बताया कि, बैठक में प्राथमिक शिक्षकों के ट्रांसफर पर भी चर्चा हुई और तय हुआ कि अन्तरजनपदीय तबादलों के लिए अब मौलिक नियुक्ति से तीन वर्ष की सेवा पूरी करने वाले शिक्षक इसके लिए अर्ह होंगे। वहीं जिले के अंदर होने वाले ट्रांसफर के लिए डीएम की अध्यक्षता में बनने वाली समिति के स्थान पर डायट के प्राचार्य या सहायक मंडलीय निदेशक बेसिक की अध्यक्षता वाली कमिटी को यह अधिकार मिलेंगे। वहीं, अंतर्जनपदीय ट्रांसफर के लिए 7 जुलाई से 20 जुलाई तक ऑनलाइन आवेदन किए जाएंगे।
वरिष्ठ को वरीयता मिलेगी। टीचरों से तीन जिलों का विकल्प लिया जाएगा। जिलों के अंदर होने वाले ट्रांसफर पहले होंगे और इसके बाद ही अन्तरजनपदीय ट्रांसफर किए जाएंगे। ट्रांसफर में दिव्यांगों, दस वर्ष की सेवा कर चुके शिक्षकों और गंभीर बीमारियों से ग्रसित शिक्षकों को वरीयता दी जाएगी।

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