गेट मैन की बेटी ने किया टॉप, बीएड प्रवेश परीक्षा में टॉप टेन की सूची में इलाहाबाद के चार अभ्यर्थी

लखनऊ : बीएड में दाखिले के लिए लखनऊ विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित राज्य स्तरीय संयुक्त प्रवेश परीक्षा का परिणाम शुक्रवार को घोषित कर दिया गया है। परीक्षा में इलाहाबाद में रहने वाली गेट मैन की बेटी नेहा राय ने कुल 400 में से 314 अंक हासिल कर टॉप किया है।
नेहा के पिता एसके राय इलाहाबाद के राजकीय मुद्रणालय में गेट मैन के पद पर कार्यरत हैं। वहीं इलाहाबाद के ही आलोक कुमार सिंह ने 312 अंक पाकर दूसरा और अभय त्रिपाठी ने 307.3 अंक पाकर तीसरा स्थान हासिल किया है। टॉप टेन में इलाहाबाद के चार अभ्यर्थी हैं। वहीं लखनऊ के सुमित कुमार ने सातवां स्थान हासिल किया है। परीक्षा में शामिल हुए कुल 4,15, 415 अभ्यर्थियों में से 4,15,407 अभ्यर्थियों को सफल घोषित किया गया। आठ अभ्यर्थी ऐसे हैं जिनका रिजल्ट नकल करने के कारण रोका गया है। परीक्षा का परिणाम वेबसाइट  पर उपलब्ध है।
बीएड प्रवेश परीक्षा के राज्य समन्वयक प्रो. एनके खरे ने प्रवेश परिणाम घोषित करते हुए बताया कि सफल टॉप टेन अभ्यर्थियों में फैजाबाद कुमारी मंजू ने 301.3 अंक पाकर चौथा स्थान हासिल किया है जबकि गाजियाबाद के केशव गोयल ने 300.6 अंक पाकर पांचवां स्थान पाया है। अन्य में गोरखपुर की पूजा पाल ने 297.6 अंक पाकर छठा, लखनऊ के सुमित कुमार ने 297 अंक पाकर सातवां, इलाहाबाद के अजय कुमार पांडेय ने 296.3 अंक पाकर आठवां, फैजाबाद के उपासनाथ यादव ने 293.3 अंक पाकर नवां और आजमगढ़ के मुकेश यादव ने 290.667 अंक पाकर दसवां स्थान हासिल किया है।1प्रवेश काउंसिलिंग छह जून से होगी1प्रो. एनके खरे ने बताया कि बीएड प्रवेश परीक्षा की प्रवेश काउंसिलिंग छह जून से शुरू होगी। इसके लिए 16 जिलों में 33 काउंसिलिंग केंद्र बनाए जाएंगे। एक जून से अभ्यर्थियों को ऑनलाइन काउंसिलिंग लेटर जारी कर दिए जाएंगे। जिसमें काउंसिलिंग की तारीख व काउंसिलिंग सेंटर सहित पूरा ब्योरा होगा। बीएड में इस बार करीब डेढ़ लाख सीटें हैं, पिछले साल सीटों की संख्या 1.82 लाख थी, ऐसे में 32 हजार सीटें इस बार घट गई हैं। राज्य समन्वयक का कहना है कि अब अभ्यर्थियों को विषय बदलने की छूट नहीं दी जाएगी। जिसने फार्म में त्रुटि से दूसरी स्ट्रीम भरी है और प्रवेश परीक्षा के समय उसे ठीक नहीं करवाया, उसे दाखिला नहीं मिलेगा।1स्नातक अंतिम वर्ष के 44 हजार अभ्यर्थियों के दाखिले में पेंच 1बीएड में अर्ह घोषित किए गए करीब 44 हजार अभ्यर्थी ऐसे हैं जो कि स्नातक अंतिम वर्ष के हैं। अभी बीएड का आयोजन करवाने वाले लखनऊ विश्वविद्यालय ने भी स्नातक अंतिम वर्ष में सिर्फ बीकाम तृतीय वर्ष का ही परिणाम घोषित किया है। अभी बीएससी तृतीय वर्ष व बीए तृतीय वर्ष का परिणाम घोषित नहीं किया है। बीए तृतीय वर्ष की परीक्षाएं ही अभी 14 जून तक चलेंगी। यही नहीं दूसरे विश्वविद्यालयों की भी यही हालत है। बीएड के राज्य समन्वयक प्रो. एनके खरे ने बताया कि वह उन्हीं अभ्यर्थियों को बीएड की काउंसिलिंग में शामिल करेंगे जिनका अंतिम वर्ष का परिणाम घोषित हो चुका है और जिन्हें पांच जून तक मार्कशीट मिल जाएगी। मालूम हो कि बीएड प्रवेश परीक्षा में पहले स्नातक अंतिम वर्ष के छात्रों को मौका नहीं दिया जा रहा था। अभ्यर्थियों द्वारा न्यायालय में गुहार लगाने के बाद उन्हें मौका दिया गया था।1हर सीट पर दो से अधिक दावेदार 1प्रवेश परीक्षा में सफल तो 4,15,407 अभ्यर्थी हुए हैं, लेकिन इस बार सीटें 1,46,500 हैं। ऐसे में अभ्यर्थियों की संख्या बढ़ने और सीटें घटने से हर सीट पर दो से अधिक अभ्यर्थियों में मुकाबला है।जासं, इलाहाबाद : लखनऊ विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित राज्य स्तरीय बीएड संयुक्त प्रवेश परीक्षा का परिणाम शुक्रवार को निकला तो इलाहाबाद के इतिहास में एक और स्वर्णिम अध्याय जुड़ गया। इस परीक्षा में प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान पाने वाले प्रतिभागी इलाहाबाद के ही हैं।

प्रोफेसर बनना चाहती हैं टॉपर नेहा : बीएड परीक्षा में टॉपर नेहा राय भविष्य में प्रोफेसर बनना चाहती हैं। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी को अपना आदर्श मानती हैं। अल्लापुर की रहने वाली नेहा राय ने वर्ष 2015 में जगत तारन गल्र्स डिग्री कालेज से स्नातक किया। वर्तमान में इलाहाबाद विश्वविद्यालय के राजनीतिशास्त्र विभाग से परास्नातक कर रही हैं। इन्होंने पहले ही प्रयास में बीएड प्रवेश परीक्षा में शीर्ष स्थान प्राप्त किया है। नेहा के पिता एसके राय राजकीय मुद्रणालय में गेटमैन के पद पर कार्यरत हैं। इन्होंने अपनी पढ़ाई अपनी बड़ी बहन निपुल राय के सानिध्य में पूरी की जो केंद्रीय विद्यालय रीवां में टीजीटी हंिदूी की टीचर हैं। नेहा बताती हैं कि समय सारिणी के अनुसार पढ़ाई की। विषय विशेषज्ञों के परामर्श के साथ विधिवत तैयारी की। जो भी पढ़ा ईमानदारी और पूरे मन से। 1997 में मां के देहांत होने के बाद से बड़ी बहन के नेतृत्व में पढ़ाई जारी रखी। इनका कहना है सफलता का कोई शार्टकट नहीं होता है।

आइएएस अफसर बनना आलोक का लक्ष्य : बीएड संयुक्त प्रवेश परीक्षा में पहले प्रयास में ही दूसरा स्थान पाने वाले आलोक कुमार सिंह ने गोरखपुर विश्वविद्यालय से अंग्रेजी व भूगोल में स्नातक किया है। स्नातक में उन्होंने 65 फीसद अंक हासिल किया, जबकि अंग्रेजी से परास्नातक किया जिसमें 62 फीसद अंक हासिल हुए। सीबीएसई बोर्ड से हाईस्कूल में 78 फीसद अंक हासिल किया। इंटरमीडिएट आलोक ने फिजिक्स, केमेस्ट्री और मैथ से किया और 72 फीसद अंक हासिल किया। बस्ती जिले के मूल निवासी आलोक का लक्ष्य आइएएस और पीसीएस अधिकारी बनना है। आलोक के पिता यूपी पुलिस में दारोगा हैं। आलोक ने बताया कि बीएड प्रवेश परीक्षा के लिए कोई विशेष तैयारी नहीं की। पीसीएस की तैयारी के दौरान बीएड की तैयारी अपने आप हो गई।

आइएएस की तैयारी कर रहे अभय : बीएड संयुक्त प्रवेश परीक्षा में पहले प्रयास में ही तीसरी रैंक हासिल करने वाले अभय त्रिपाठी ने घर में रहकर बीए की पढ़ाई की है। पिछले साल उन्होंने कानपुर विश्वविद्यालय से हंिदूी और संस्कृत में बीए पास किया है।1 उन्होंने हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षा ज्वालादेवी से पास की। विज्ञान वर्ग में हाईस्कूल में 68 फीसद व इंटर में 84 फीसद अंक हासिल किया। इस समय अभय आइएएस की तैयारी कर रहे हैं। बीएड क्यों कर रहे हैं पूछने पर कहा कि करियर में विकल्प तो होना चाहिए इसलिए बीएड कर रहा हूं वैसे लक्ष्य आइएएस अधिकारी बनना है। पिता कुंवर नारायण त्रिपाठी प्राइवेट नौकरी करते हैं, मां हाउस वाइफ हैं।आलोक कुमार सिंह व अभय त्रिपाठी।बीएड प्रवेश परीक्षा की टॉपर नेहा राय परिजनों के संग खुशी व्यक्त करती हुई।

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