शिक्षकों का काउंसिलिंग कराने से इंकार, प्रदर्शन

शामली।  बनत स्थित बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय पर समायोजन प्रक्रिया के तहत उच्च प्राथमिक स्कूलों के शिक्षकों ने समायोजन प्रक्रिया का गलत तरीका अपनाने के विरोध में काउंसलिंग कराने से इंकार कर दिया। बीएसए के आश्वासन के बाद काउंसलिंग शुरू हो सकी।       

बुधवार दोपहर समायोजन प्रक्रिया के तहत काउंसलिंग कराने पहुंचे उच्च प्राथमिक स्कूलों के शिक्षक संदीप, अमित कुमार, कविता, नीरज और अवधेश कुमार आदि ने हंगामा किया। शिक्षकों ने कहा कि समायोजन प्रक्रिया में शिक्षकों की सूची सरप्लस के हिसाब से न करके विज्ञान और गणित के शिक्षकों के आधार पर की गई है।

जिन स्कूलों में गणित और विज्ञान के दो-दो शिक्षक हैं वह सभी स्कूल एकल शिक्षक हो जाएंगे। इसलिए यह प्रक्रिया गलत है। शिक्षकों ने समायोजन प्रक्रिया सरप्लस शिक्षकों के अनुसार ही कराने की मांग की। शिक्षकों ने बेसिक शिक्षा अधिकारी पर दुर्व्यवहार करने व मनमाने तरीके से समायोजन कराने का भी आरोप लगाया।

शिक्षकों के पास पहुंचे बेसिक शिक्षा अधिकारी चंद्रशेखर ने बताया कि 20 जुलाई तक समायोजन की ऑनलाइन फीडिंग की जानी है। उन्होंने शिक्षकों को समझाया कि यदि किसी को आपत्ति है, तो वह लिखकर दे दें। उनकी आपत्ति पर जिलाधिकारी से वार्ता के बाद निर्णय लिया जाएगा। इसके बाद शिक्षकों ने काउंसलिंग शुरू करा दी। इस दौरान एसडीएम सुरजीत सिंह, एबीएसए भारत भूषण आदि मौजूद रहे।

समान कार्य, समान वेतन नहीं तो होगा आंदोलन
शामली। वित्तविहीन शिक्षकों ने प्रदेश सरकार को समान कार्य के बदले समान वेतन न देने पर कॉलेजों में तालाबंदी करने की चेतावनी दी है। शिक्षकों ने कहा कि अगर जल्द ही मांग पूरी नहीं होती तो वह इसका जवाब आने वाले चुनाव में दिया जाएगा। बुधवार को माध्यमिक वित्तविहीन शिक्षकों की बैठक जलालपुर स्थित मदनमोहन मालवीय इंटर कॉलेज में हुई।

जिसमें शिक्षकों पर किए गए लाठी चार्ज की निंदा की गई। जिलाध्यक्ष श्रवण कुमार ने बताया कि शिक्षक अब चैन से नहीं बैठेगा। प्रदेश सरकार ने पिछली सरकार केे द्वारा दिया जा रहा मानदेय को भी बंद कर दिया है। बिजेंद्र सिंह ने कहा कि शिक्षा, चिकित्सा और सुरक्षा सरकार के मूल कर्तव्यों में आता है।

जिसके बाद भी सरकार का शिक्षकों के प्रति कोई ध्यान नहीं है। शिक्षकों ने समान कार्य के लिए समान वेतन देने की सरकार से मांग की है। शिक्षकों ने  कहा कि यदि सरकार जल्द ही कोई फैसला नही लेती है तो शिक्षकों को सड़क पर उतरकर आंदोलन करेंगे। इस मुद्दे को लेकर न्यायालय का दरवाजा खटखटाया जाएगा। बैठक की अध्यक्षता मंडल अध्यक्ष राजबीरी चौहान, संचालन नरेश शर्मा ने किया। इस दौरान फूल कुमार, शिवकुमार, धीर सिंह, मदनपाल, अरविंद, अनिल कश्यप, अनीस, अरुण, अशोक, अश्वनी, अंजू, रीना, नीतू, पूनम आदि मौजूद रहे। ब्यूरो
sponsored links:
ख़बरें अब तक - 72825 प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती - Today's Headlines