फर्जी अभिलेखों पर नौकरी कर रहे पांच परिषदीय शिक्षक बर्खास्त

अमर उजाला ब्यूरो गौरीगंज। शासन के आदेश पर बीते दिनों परिषदीय विद्यालय में रिक्त पदों के सापेक्ष सहायक अध्यापक के पद पर नियुक्तियां हुई थीं।
इनमें से कई आवेदक फर्जी शैक्षिक अभिलेख लगाकर नौकरी पाने में सफल रहे। नियुक्ति के दौरान जमा शैक्षिक अभिलेख प्रथम दृष्टया विभागीय अधिकारियों को संदिग्ध प्रतीत हुआ तो उन्होंने मामले की जानकारी बीएसए को दी। मामला प्रकाश में आने के बाद बीएसए राजकुमार पंडित ने शिक्षकों को नोटिस देकर जवाब देने का आदेश देते हुए शैक्षिक अभिलेखों को जांच के लिए संबंधित बोर्ड के पास भेजा। संबंधित बोर्डों ने अभिलेखों की जांच कर उनकी फर्जी होने की पुष्टि करते हुए अपनी रिपोर्ट बीएसए को भेज दी। बोर्ड की जांच रिपोर्ट प्राप्त होने के बाद कई बार शिक्षकों को नोटिस जारी कर उनका पक्ष जानने की कोशिश की गई, लेकिन विभाग को अपना कोई जवाब नहीं दिया। शिक्षकों का जवाब नहीं मिलने व बोर्ड की जांच रिपोर्ट के आधार पर बीएसए ने बुधवार को पांचों शिक्षकों की सेवा समाप्त करते हुए नौकरी के दौरान प्राप्त वेतन व भत्ते आदि को जमा करने का आदेश दिया है। पत्र में सरकारी धन जमा नहीं करने पर केस दर्ज करवाने का अल्टीमेटम दिया गया है। बीएसए का आदेश सार्वजनिक होने के बाद बेसिक शिक्षा महकमें में हड़कंप मचा है।
इनसेट
इन पर हुई कार्रवाई
बीएसए राजकुमार पंडित ने बताया कि जिन शिक्षकों को बर्खास्त किया गया है उनमें जगदीशपुर ब्लॉक के प्राथमिक विद्यालय उरवा में कार्यरत सहायक अध्यापक यशवंत, शाहगढ़ ब्लॉक के प्राथमिक विद्यालय चंदौकी में कार्यरत सहायक अध्यापक प्रभाकार उपाध्याय, जामों ब्लॉक के प्राथमिक विद्यालय बख्तावर में कार्यरत सुनील कुमार पाठक व पूरे राजा सरनाम में तैनात पुनीता सिंह तथा गौरीगंज ब्लॉक के प्राथमिक विद्यालय पूरबगांव में कार्यरत सहायक अध्यापक दीपिका शामिल हैं।
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