नई दिल्ली : केंद्र की
नरेंद्र मोदी सरकार वादा करके आई थी कि हर वर्ष करोड़ों नौकरियां पैदा
करेगी। मोदी के इस वादे में फंसने के बाद अब लोग त्राहि-त्राहि कर रहे हैं।
देश में नौकरियां तो पैदा हो नहीं रहीं, जो नौकरियां थी मोदी सरकार
उन्हें भी खतम करने की कसरत करती दिख रही है। नोटबंदी के बाद शुरू हुआ
नौकरियों के जाने का क्रम और तेज हो रहा है।
अब केंद्र सरकार के ताजा फैसले से एक झटके
में एक लाख लोग 30 सितंबर के बाद बेरोजगार हो जाएंगे। मोदी सरकार के इस
फैसले का असर एक लाख परिवारों पर भी पड़ेगा। दरअसल, केंद्र सरकार ने 30
सितंबर 2017 के बाद उत्तर प्रदेश में साक्षर भारत मिशन योजना को संचालित
करने की अनुमति देने से इनकार कर दिया है। सरकार के इस फैसले के बाद यूपी
के लगभग 1 लाख प्रेरक शिक्षक 1 अक्टूबर से पैदल हो जाएंगे।
जानकारी के अनुसार केंद्र की नरेंद्र मोदी
सरकार ने उत्तर प्रदेश में साक्षर भारत मिशन योजना 30 सितंबर के बाद
चलाने से इनकार कर दिया है। इसे अब बंद करने का निर्णय ले लिया गया है।
इसकी जानकारी होने के बाद लगभग एक लाख प्रेरक शिक्षकों में हड़कंप मच गया
है। वे केंद्र और राज्य सरकार के अगले आदेश का इंतजार कर रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि भारत सरकार की फंडिंग से
भारत साक्षर मिशन योजना का संचालन होता था। इसके अतंर्गत वर्ष 2012 में
उत्तर प्रदेश में प्रेरक शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया शुरू हुई थी। साक्षर
भारत योजना के तहत पूरे प्रदेश की 49921 ग्राम पंचायतों में एक पुरुष और
एक महिला प्रेरक शिक्षक की नियुक्ति की गई थी। केंद्र के इस फैसले के बाद
इन सभी के सामने रोजगार की समस्या उत्पन्न हो गई है।
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