आरपीएफ ने ट्रेन रोकने वाले शिक्षामित्रों की गिरफ्तारी को कसा शिकंजा

बदायूं। सुप्रीम कोर्ट से समायोजन रद्द होने के बाद सड़कों पर आकर शिक्षामित्रों ने जमकर आंदोलन किया था। उस समय आंदोलित शिक्षामित्रों ने रेलवे स्टेशन पर पहुंचकर ट्रेन रोकने की कोशिश भी की थी।
इस पर एक दर्जन नामजद समेत सौ से अधिक शिक्षामित्रों पर आरपीएफ की ओर से रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। आरपीएफ ने अब उन पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। शिक्षामित्र अरुण तोमर को उझानी में गिरफ्तार कर लिया गया। वहीं पर उन्हें जमानत दे दी गई। आरपीएफ की ओर से बीएसए को पत्र लिखकर मुख्य आरोपी शिक्षामित्र को गिरफ्तार कराने या सरेंडर कराने के लिए कहा गया है।
ट्रेन रोकने की कोशिश करने वाले शिक्षामित्रों पर अब आरपीएफ ने टेड़ी नजर कर दी है। आरपीएफ के प्रभारी इंसपेक्टर उदयराज ने बताया कि बीते दिन आरपीएफ ने उझानी में शक्षिामित्र अरुण तोमर को गिरफ्तार कर लिया था। बाद में उन्हें जमानत दे दी गई थी। बाकी नामजद और अन्य शिक्षामित्रों की गिरफ्तारी के प्रयास चल रहे हैं। इधर,आरपीएफ के इंसपेक्टर हरेंद्र सिंह की ओर से बीएसए को एक पत्र लिखा गया है। जिसमें उन्होंने कहा है कि वह ट्रेन रोकने की घटना में शामिल शिक्षामित्र निर्भान सिंह यादव की गिरफ्तारी में मदद करें या फिर उसे अदालत में सरेंडर करने को कहें। आरपीएफ की कार्रवाई से शिक्षामित्रों में खलबली मची है।
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