परिषदीय स्कूलों में शिक्षकों के 2021 पद खाली

अंबेडकरनगर। जिले के 1873 परिषदीय विद्यालयों में छह हजार 443 पदों के सापेक्ष 2021 पद मौजूदा समय में रिक्त चल रहे हैं। इसमें 1353 प्राथमिक विद्यालय में तीन हजार 291 सहायक अध्यापक पद के सापेक्ष 1662 व
1353 प्रधानाध्यापक पद के सापेक्ष 208 तथा 520 उच्च प्राथमिक विद्यालय में 1279 सहायक अध्यापक पद के सापेक्ष 86 शिक्षक अधिक हैं, जबकि 520 प्रधानाध्यापक पद के सापेक्ष 151 पद रिक्त हैं। इन सबके बीच 170 शिक्षक-शिक्षिकाओं ने अंतर जनपदीय स्थानांतरण के लिए आवेदन किया है, जिसके सापेक्ष 131 की काउंसलिंग हो चुकी है।
शासन के निर्देश पर मौजूदा समय में अंतर जनदीय स्थानांतरण की प्रक्रिया चल रही है। मनपसंद जनपद में स्थानांतरण के लिए शिक्षक व शिक्षिकाएं बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय से लेकर निदेशालय तक का चक्कर लगा रहे हैं। विभागीय आंकड़ों के अनुसार अंतर जनपदीय स्थानांतरण के लिए 170 शिक्षक-शिक्षिकाओं ने आवेदन किया है। इसके सापेक्ष 131 की काउंसलिंग हो चुकी है। शिक्षा विभाग के अनुसार शेष 39 आवेदकों की काउंसलिंग का कार्य शीघ्र ही पूर्ण कर लिया जाएगा। बताते चलें कि जिले में कुल एक हजार 873 परिषदीय विद्यालय संचालित हैं। इसमें 1353 प्राथमिक व 520 उच्च प्राथमिक विद्यालय संचालित हैं।
विभागीय आंकड़ों के अनुसार एक हजार 353 प्राथमिक विद्यालयों मेें सहायक अध्यापक के 3 हजार 291 पद सृजित हैं। इसमें 1629 पद पर शिक्षकों की तैनाती है, जबकि 1662 मौजूदा समय में रिक्त चल रहे हैं। यह पद शिक्षामित्रों का समायोजन रद्द होने के चलते रिक्त हुए हैं। दरअसल पूर्व में 1600 पदों पर शिक्षामित्रों के सहायक अध्यापक पद पर तैनाती के चलते मात्र 62 पद ही रिक्त थे। शिक्षामित्रों का समायोजन रद्द होने पर अब रिक्त पदों की संख्या बढ़कर 1662 हो गई है। इसी प्रकार प्रधानाध्यापक के 1353 पद के सापेक्ष 1145 पद पर तैनाती है, जबकि 208 प्रधानाध्यापक के पद रिक्त चल रहे हैं। इसी प्रकार 520 उच्च प्राथमिक विद्यालयों में सहायक अध्यापक के स्वीकृत 1279 पद पर 1365 शिक्षकों की तैनाती है, जो कि पद के सापेक्ष 86 शिक्षक अधिक हैं। प्रधानाध्यापक के 520 पद के सापेक्ष 269 पर तैनाती है, जबकि 151 पद रिक्त चल रहे हैं। इस प्रकार प्राथमिक व उच्च प्राथमिक 2021 पद मौजूदा समय में रिक्त चल रहे हैं।

वर्जन
जल्द पूरी होगी काउंसलिंग
सभी आवेदनों के सापेक्ष काउंसलिंग जल्द पूरी कर ली जाएगी। विभिन्न विद्यालयों में पद के सापेक्ष शिक्षकों की कमी जरूर है, लेकिन उससे पढ़ाई पर कोई असर नहीं पड़ रहा है।
- अतुल कुमार सिंह, बीएसए  
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