साथियों🙏🙏🙏🙏
*रिज़वान अंसारी*🖋
सरकार अपने नियत समय पर परीक्षा करवाना चाह रही है, ऐसा समाचार पत्रों के माध्यम से पता चला
इस परिपेक्ष्य में कुछ विचार👉🏻👉🏻
इस परिपेक्ष्य में कुछ विचार👉🏻👉🏻
माननीय उच्च न्यायालय के द्वारा पारित आदेश के अनुसार परीक्षा तब ही होगी जब हम पास होकर इस मे आवेदन करके बैठेंगे
मतलब *माननीय न्यायालय के अंतिम फैसले के बाद*।
अब तक सरकार भागती रही बहस से तारीख लेती रही अब अगर हम एक तारीख मांग ले तो?????
क्या न्यायालय हमको तारीख नही देगा ????
यदि डेट आगे गयी तो हो गयी परीक्षा।
क्योंकि *परीक्षा होगी ही तब जब हमारे याची का आवेदन लेंगें ।*
मान लीजिये हम तारीख नही लेते हैं और फैसला26,27,या28 में आ जाये फिर क्या होगा👉🏻
हमारे पास होने पर कम से कम 3-4 दिन लगेगा रिजल्ट घोषित करने में
मतलब लगभग 5 मार्च हो जाएगी।
उसके बाद याची आवेदन के लिये जारी किया जाएगा विज्ञापन जिसमे उतना ही समय दिया जाएगा जितना आम अभ्यर्थियों को दिया गया था मतलब 25 जनवरी से 15 फरवरी के बीच जितना समय लगा था(20दिन)
5मार्च+ 20दिन= 25 मार्च।
अब बात करते है भारतीय संविधान के आर्टिकल समानता के अधिकार की जो कि हमको समानता का अधिकार देता है
समानता के अधिकार के तहत हमको प्रतियोगिता के लिए उतना ही समय मिलना चाहिये जितना आम अभ्यर्थियों को दिया गया है।
इस हिसाब से40 दिन (15फरवरी से 25मार्च) के बीच का समय।
अब इनकी परीक्षा जो कि12 मार्च को होनी थी उसमें 40 दिन जोड़ दीजिये 12मार्च+40दिन= 22 अप्रैल।
*22 अप्रैल को परीक्षा तब जब सरकार बहस से भागे न तब*।
महाधिवक्ता आये थे बेइज़्ज़त होकर गए हैं कोर्ट से अब वो अपनी बेइज़्ज़ती करवाने नही आएंगे अगर आ भी गए तो हमारे काबिल एडवोकेट *अमित भदोरिया* सर के पास इतना मसाला है कि फिर से भागेंगे।
खेल तो अभी शुरू हुआ है
आगे आगे देखिए होता है क्या।
अब तक हम परेसान थे अब बारी है सरकार की।
आसान तरीका ये है कि सरकार हमारी मांगों को मान कर कोर्ट में हलफनामा लगा दे कि गलती हुई है अंक दे कर हमको परीक्षा सामिल करवा ले बस ।
*आज की तारीख में ये केश सरकार के गले की फांश बन गया है।*
आगे आगे देखिए होता है क्या
*हमारी बैटिंग ताबड़तोड़ हो रही है*
आप लोग सुकून से मैच का मज़ा लीजिये भुजिया खा कर।
🤣🤣🤣🤣🤣🤣🤣🤣🤣🤣🤣
आप लोग सुकून से मैच का मज़ा लीजिये भुजिया खा कर।
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आपके सँघर्ष का साथी
*रिज़वान अंसारी*
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*रिज़वान अंसारी*