लखनऊ: शहर के 24 केंद्रों पर रविवार को बेसिक शिक्षा विभाग की 68500
रिक्तियों पर शिक्षक भर्ती परीक्षा का आयोजन किया गया। इसमें विकल्प न होने
से भावी शिक्षकों को खासी परेशानी हुई।
सामान्यत: सभी भर्ती परीक्षाएं
वैकल्पिक प्रश्नों के आधार पर होती हैं, जिसमें सवाल के चार जवाब दिए होते
हैं, लेकिन इस परीक्षा में अभ्यर्थियों को कोई विकल्प नहीं दिया गया।
अभ्यर्थियों सिर्फ 150 सवालों का पेपर दिया गया, जिसके जवाब अभ्यर्थियों को
कॉपी पर लिखने थे। कई टीईटी पास अभ्यर्थियों ने बताया कि यह पेपर टीईटी से
भी मुश्किल आया है। पेपर पैटर्न के साथ ही इसके सवाल भी ज्यादा मुश्किल
पूछे गए थे।
मैथ्स और जीएस ने उलझाया
परीक्षा में हर सेक्शन से सवाल पूछे गए। अभ्यर्थी अनिरुद्ध सिंह ने बताया
कि मैथ्स का सेक्शन इस बार काफी मुश्किल आया। इसमें सीरीज, ट्रिगोनोमेट्री,
फैक्टर, एलजेब्रा से सवाल पूछे गए, जो काफी मुश्किल रहे। वहीं जीएस और
करंट अफेयर से भी काफी सवाल आए, जो आसान नहीं थे। हिन्दी के सेक्शन से
विलोम, कारक, समास, मुहावरे पूछे गए, जो ज्यादातर आसान ही रहे। इसके अलावा
संस्कृत, केमिस्ट्री बायॉलजी, सोशल साइंस से भी सवाल आए। शिक्षकों की तर्क
क्षमता के परीक्षण के लिए रीजनिंग के भी सवाल पूछे गए थे हालांकि यह
सामान्य रीजनिंग से थोड़े अलग थे। इसके अलावा कंप्यूटर ज्ञान को परखने के
लिए कंप्यूटर और इंटरनेट पर आधारित सवाल भी आए।
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