आयोग का घेराव कर प्रदर्शन: मुख्य सड़क जाम कर की नारेबाजी, सचिव और परीक्षा नियंत्रक से हुई वार्ता

इलाहाबाद : परीक्षाओं में अनियमितता, तय तारीखों पर असमंजस और उत्पीड़न से आजिज दर्जनों अभ्यर्थियों ने शनिवार को उप्र लोक सेवा आयोग का घेराव किया। गेट पर विरोध प्रदर्शन और मुख्य सड़क को घंटों जाम रखने के बाद आयोग के सचिव और परीक्षा नियंत्रक से बात की।
कई मुद्दों पर चर्चा के दौरान आश्वासन मिला तो चेतावनी देकर लौटे। अभ्यर्थियों को आयोग ने आश्वासन दिया कि परीक्षा कैलेंडर में निर्धारित किसी भी परीक्षा की तारीख में परिवर्तन के संबंध में एक महीने पहले सूचित किया जाएगा और प्रश्नों के विवादित होने की पुनरावृत्ति नहीं होगी।1दर्जनों अभ्यर्थियों ने भ्रष्टाचार मुक्ति मोर्चा के बैनर तले आयोग के इलाहाबाद स्थित मुख्यालय पर विरोध जताया। दिन में 11 बजे से दोपहर तीन बजे तक वहीं डटे रहे और नारेबाजी करते रहे। दोपहर में मोर्चा अध्यक्ष कौशल सिंह, अर्चना सिंह, सीपी पाठक, अरुण चतुर्वेदी और ज्ञान प्रकाश उपाध्याय ने सचिव कार्यालय पहुंचकर सचिव जगदीश व परीक्षा नियंत्रक अंजू कटियार से बात की। अभ्यर्थियों ने कहा कि पीसीएस 2017 की मुख्य परीक्षा शीर्ष कोर्ट से निर्णय के बाद कम से कम 21 दिन बाद कराई जाए। पीसीएस 2018 को यूपीएससी पैटर्न पर कराने की स्थिति को स्पष्ट करते हुए मॉडल प्रश्न पत्र और पाठ्यक्रम जारी किया जाए। पीसीएस 2016 की मुख्य परीक्षा के परिणाम और साक्षात्कार में आ रही रुकावट को दूर करने, आरओ/एआरओ 2016, संघ लोक सेवा आयोग की तर्ज पर किसी भी परीक्षा का परिणाम 11 महीने में जारी करने, विवादित प्रश्नों से निजात दिलाने के लिए विशेषज्ञों के पैनल में बदलाव की मांग की गई। इनमें अधिकांश मुद्दों पर सचिव और परीक्षा नियंत्रक ने अभ्यर्थियों को आश्वासन दिया। फिर भी आयोग को एक और मौका देते हुए अभ्यर्थियों ने सचिव कार्यालय में ही चेतावनी दी कि भविष्य में आयोग ने कार्यशैली में सुधार न किया तो बड़ा आंदोलन किया जाएगा।