शिक्षा: मनमानी कर रहा बेसिक शिक्षा का लेखा विभाग

ललितपुर। परिषदीय शिक्षकों ने 23 सूत्रीय समस्याओं के निस्तारण की मांग को लेकर उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ द्वारा जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय परिसर में धरना-प्रदर्शन किया जा रहा है।
शनिवार को तीसरे दिन भी शिक्षक संघ का धरना-प्रदर्शन जारी रहा, जिसकी अध्यक्षता जिलाध्यक्ष राजेश लिटौरिया ने की है। धरना-प्रदर्शन के दौरान विभिन्न वक्ताओं ने शिक्षकों की मूल समस्याओं जैसे चयन वेतनमान, एनआरएस में नियमित कटौती, बीआरसी में संपूर्ण सुविधाएं उपलब्ध कराना, वेतन अवशेष, मेडिकल लीव समेत समस्त मांगों पर प्रकाश डालते हुए अपने विचार रखे।
इसके साथ ही वक्ताओं ने शिक्षामित्रों की समस्या को उठाते हुए बोला कि शिक्षामित्रों को पिछले नौ माह से मानदेय नहीं मिल रहा है, जिसका मूल जिम्मेदार लेखा विभाग है और अधिकारियों की लापरवाही का खामियाजा शिक्षामित्रों व उनके परिवार को भुगतना पड़ रहा है। वक्ता प्रदीप राठौर ने लेखा विभाग की गलतियों को बिंदुवार खोल-खोलकर चर्चा की। वक्ताओं ने कहा कि एबीआरसी के दायित्व स्पष्ट होना चाहिए, शैक्षिक गुणवत्ता को बेहतर बनाने के कार्यों के अलावा अन्य कोई अन्य कार्य की जिम्मेदारी नहीं होनी चाहिए। इसी क्रम में जिला मंत्री अरुण गोस्वामी ने बताया कि आयकर में शिक्षकों की ज्यादा राशि काट ली गई है, जो निश्चित ही गलत है। प्रदर्शनकारियों की मांग पर प्रभारी जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी धरना स्थल पर उपस्थित हुए और उन्होंने बीएसए कार्यालय से नदारत बाबुओं व कर्मचारियों को अनुपस्थित किया। धरना-प्रदर्शन में मुख्य रूप से अभिषेक जैन, सतीश जैन, अमन नामदेव, गौरव सोनी, रितेश तिवारी, मनोज राजपूत, मनोज भारती, प्रशांत सिंह, नीरज, मु. तारिक, रामकुमार पाठक, दीपमाला, स्वाती, नीलम, शकुंतला उपस्थित रहे।

आज नहीं होगा धरना-प्रदर्शन
संघ जिलाध्यक्ष राजेश लिटौरिया ने बताया कि रविवार अवकाश होने के कारण धरना-प्रदर्शन सोमवार को किया जाएगा और जब तक हमारी मांगें पूरी नहीं की जाती है, जब तक हर कार्यदिवस के दिन धरना-प्रदर्शन जारी रहेगा।