68500 शिक्षक भर्ती: सफेदा लगे और ओवर राइटिंग प्रश्नों का न हो मूल्यांकन, बीटीसी संयुक्त मोर्चा ने कापियों के मूल्यांकन में धांधली होने की आशंका

इलाहाबाद : प्रदेश में पहली बार परिषदीय स्कूलों में सहायक अध्यापकों की भर्ती के लिए हुई लिखित परीक्षा को लेकर विवाद रुकने का नाम नहीं ले रहा है।
बीटीसी संयुक्त मोर्चा के बैनर तले अभ्यर्थियों ने परीक्षा नियामक प्राधिकारी की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए लिखित परीक्षा की कापियों के मूल्यांकन में धांधली होने की आशंका जताई है। मोर्चा की ओर से कहा गया है कि परीक्षा के गाइड लाइन व प्रवेश पत्र में दिया गया था कि सफेदा व ओवर राइटिंग किए उत्तरों की जांच नहीं होगी। उसके बाद अब परीक्षा नियामक सचिव की तरफ से ऐसे प्रश्नों को भी जांचने का आदेश हुआ है। ऐसे में कापियों के मूल्यांकन में धांधली होने के पूरे आसार हैं। बीटीसी संयुक्त मोर्चा ने सोमवार को परीक्षा नियामक कार्यालय पर प्रदर्शन करते हुए कहा है कि उत्तर पुस्तिकाओं में अभ्यर्थियों के नाम, पिता का नाम एवं जाति वर्ग का कालम भी भरवाये गए हैं, जिससे जातिवाद होना तय माना जा रहा है। मोर्चा सदस्यों ने कहा कि इस संबंध में परीक्षा नियामक को कई बार लिखित व मौखिक रूप से बताया गया है, उसके बाद भी इस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है। यदि सचिव, परीक्षा नियामक प्राधिकारी की तरफ से कोई ठोस निर्णय इन मुद्दे पर नहीं लिया गया तो मोर्चा हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया जाएगा। सचिव डा. सुत्ता सिंह ने कहा है कि इस संबंध में अभी कुछ भी कहना जल्दबाजी है।