वह शनिवार को कचहरी स्थित सर्किट हाउस में मीडिया कर्मियों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार को कम करने के लिए विद्यालयों की मान्यता व स्थानांतरण ऑनलाइन किया जा चुका है। इसके अलावा आधार से दाखिला लिंक हुआ है। सरकार ने बगैर किसी सख्ती के सूबे में नकल विहीन परीक्षा का माहौल बनाया। पहली बार सीसी टीवी कैमरे से नकल विहीन परीक्षा कराने में सरकार सफल रही। कहा कि यूपी बोर्ड की परीक्षाएं पहले ढाई माह तक चलती थी। इस वर्ष एक माह में ही परीक्षाएं खत्म कर ली गई। यहीं नहीं रिजल्ट भी समय से आ गया। पहली अप्रैल से नया सत्र भी प्रारंभ कर दिया गया है। अगले वर्ष यूपी बोर्ड की परीक्षाएं 20 दिनों के भीतर पूरी करने का निर्णय लिया गया है। कहा कि सीबीएसई के छात्रों को 90-95 फीसद अंक मिलते हैं। इसके चलते यूपी बोर्ड के छात्र विभिन्न विश्वविद्यालय व महाविद्यालयों में दाखिले व नौकरियों में पीछे रह जाते थे। इसे देखते हुए यूपी बोर्ड (कक्षा नौ से 12 तक) में वर्तमान सत्र से एनसीईआरटी लागू की जा चुकी है। पाठ्यक्रम बदलने से कक्षा नौ से 12 तक यूपी बोर्ड के अध्ययनरत विद्यार्थी लाभांवित हुए हैं।1’ माध्यमिक व उच्च शिक्षा में परिवर्तन के लिए 14 जुलाई को शिक्षाविदों की लखनऊ में बुलाई बैठक