उमा ने बताया कि 18 मई से वह धरना दे रहे हैं पर सरकार उनकी मांगे नही पूरा कर रही है। उनकी मांग है कि आरटीई ऐक्ट 2009 के तहत 124000 पैरा टीचर को अपग्रेड करते हुए शिक्षा अधिकार अधिनियम कानून के तहत पूर्ण शिक्षक का दर्जा और उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा नियमावली के अनुसार पूर्ण शिक्षक का वेतन मान दिया जाए। उत्तराखंड की तर्ज पर भारत के राजपत्र 2017 के अनुसार सहायक अध्यापक पद पर रखते हुए चार साल में टेट उत्तीर्ण करने की छूट दी जाए। बिहार की तर्ज पर समान कार्य समान वेतन 12 महीनों का 62 साल की उम्र तक दिया जाए। मृतक शिक्षा मित्रों के परिवार को उचित मुवाजा और आर्थिक सुरक्षा हेतु उस परिवार के किसी एक सदस्य को योग्यता के अनुसार नौकरी दी जाए।