यूपी बोर्ड और माध्यमिक कालेजों पर मंथन

यूपी बोर्ड के कामकाज और माध्यमिक कालेजों में पढ़ाई कराने पर गुरुवार को मंथन होगा। पंजीकरण, परीक्षा फार्म भरने से लेकर अन्य मुद्दों पर चर्चा के साथ ही वह कार्य कब तक पूरा होगा, इसका समय भी तय किया जाएगा।
इसके अलावा पिछले वर्ष की टाइम लाइन को कितना पूरा कर पाए हैं और किन बिंदुओं पर अतिरिक्त करने की जरूरत है पर रणनीति बनेगी। 1माध्यमिक शिक्षा विभाग में कालेजों के लिए शैक्षिक कैलेंडर व अवकाश सूची के इतर पिछले वर्ष से हर कार्य की टाइम लाइन भी निर्धारित हो रही है। अपर मुख्य सचिव संजय अग्रवाल विभागीय अफसरों के साथ इसकी रूपरेखा तय करते हैं। 1यूपी बोर्ड में कक्षा 9 और 11 का ऑनलाइन पंजीकरण कराने के लिए जुलाई से वेबसाइट शुरू होनी है। इसका टेंडर शुरू हो चुका है। यह कार्य पूरा होने के बाद हाईस्कूल व इंटरमीडिएट के परीक्षा फार्म भरवाए जाएंगे। इसके अलावा परीक्षा कार्यक्रम, परीक्षा केंद्र निर्धारण, यूपी बोर्ड की प्रायोगिक परीक्षाएं आदि भी होनी है। इस बार सीबीएसई की तर्ज पर पाठ्यक्रम लागू हुआ है ऐसे में हाईस्कूल की तरह ही इंटर की परीक्षाएं भी पंद्रह दिन में पूरी हो जाएंगी। ऐसे ही माध्यमिक कालेजों की किताबें अप्रैल माह में ही बाजार में पहुंच चुकी हैं। पाठ्यक्रम व तय प्रकाशकों की पुस्तकें ही स्कूल में चले इसके लिए दिशा-निर्देश दिए जा चुके हैं, संभव है कि जुलाई से पहले नए सिरे से आदेश हो। 1 बोर्ड परीक्षाएं फरवरी से होंगी इसलिए कोर्स हर हाल में पहले ही पूरा कराना बड़ी जिम्मेदारी है। इसमें राजकीय व अशासकीय कालेजों में शिक्षकों की कमी बड़ी बाधा है, इसका भी हल बैठक में खोजा जाएगा। पिछले वर्ष भी यूपी बोर्ड की टाइम लाइन जारी हुई थी, उसमें से तमाम कार्य पूरे हो चुके हैं। ऐसे कार्य ही लंबित हैं, जिन पर बड़े बजट की जरूरत है। 1संभव है कि वह इस सत्र में पूरे होंगे। बोर्ड ने अपनी वेबसाइट पर जनहित गारंटी सेवा आदि शुरू करके छात्र-छात्रओं व अभिभावकों को बड़ी राहत दी है। वहीं, 2003 से लेकर अब तक के अंक सहप्रमाणपत्र भी वेबसाइट पर अपलोड हैं।