सरकार के खिलाफ किया नारेबाजी
नाराज बीटीसी अभ्यार्थियों ने सरकार संग एनसीटी के खिलाफ नारेबाजी कर अपने गुस्से का इजहार किया। नारेबाजी और प्रदर्शन के बाद अभ्यार्थियों ने पदयात्रा भी निकाली।
बीटीसी अभ्यार्थियों की माने तो प्राइमरी स्कूलों में अभी तक बीटीसी अभ्यार्थियों की नियुक्ति ही की जाती थी। लेकिन अब एनसीटी ने एक अध्यादेश जारी कर बीएड, टीजीटी और पीजीटी धारकों के लिए भी यहां नियुक्ति का रास्ता खोल दिया है जो बीटीसी धारको के अधिकारों का हनन है। जिसे हम स्वीकार नहीं करेंगे और इसके खिलाफ पूरे प्रदेश में आंदोलन करेंगे जब तक एनसीटी एक अध्यादेश जारी कर अपने फैसले को वापस नहीं ले लेती है।
वही बीटीसी प्रशिक्षुओं की मांगों का समर्थन करते हुए अजय राय ने कहाकि दोनों प्रशिक्षण कोर्स प्राथमिक एवं माध्यमिक के पृथक स्तरीय विद्यार्थियों के शिक्षण के निमित्त पृथक मोड पर होते हैं और ऊपर के शिक्षण हेतु प्रशिक्षित बीएड डिग्री धारकों को प्राथमिक स्तरीय शिक्षण के लिए अर्हता देने से जहां शिक्षण की गुणवत्ता प्रभावित होगी।
वहीं बीटीसी प्रशिक्षित युवाओं के स्किल आधारित हक पर अनुचित चोट होगी। अदालत ने पहले ही इस आशय का निर्णय दिया था, जिसे अनदेखी कर यह फैसला लिया गया है, जिसे वापस लिया जाना चाहिए।