शिक्षामित्र और बीटीसी पास अभ्यर्थी भरा विकल्प, अब जिम्मेदारी उठाने की तैयारी

आगरा: डायट परिसर में चल रही भर्ती काउंसिलिंग के तीसरे दिन लिखित परीक्षा पास करने वाले 241 पुरुष अभ्यर्थियों को बुलाया गया। उन्हें बाह, पिनाहट, जैतपुर कलां, जगनेर, सैंया आदि ब्लॉक के बंद और एकल विद्यालय के 241 विकल्प दिए गए।
उन्हें अपनी तैनाती के लिए एक स्कूल चुनना था। यहां आए नए शिक्षकों में ज्यादातर शिक्षामित्र और बीटीसी पास अभ्यर्थी थे, जिन्हें पहली बार स्थाई सरकारी नौकरी मिली है। इसलिए उनका उत्साह देखते ही बनता था। दैनिक जागरण ने उनसे तैनाती वाले स्कूल की बेहतरी के लिए योजना पूछी, तो सभी ने छात्र संख्या बढ़ाने, सुविधा और शिक्षा पर जोर देने को प्राथमिकता बताया। अधिकांश नौजवान जो मेहनत से आगे बढ़े हैं वे समाज के लिए कुछ करने का जज्बा रखते हैं। शिक्षामित्र से अब शिक्षक की जिम्मेदारी मिली है। बाह में तैनाती हुई है, स्कूल में नामांकन संख्या बढ़ाकर शिक्षा का स्तर बढ़ाने पर जोर रहेगा। सरकार के भरोसे पर खरा उतरने की कोशिश होगी।

रामवीर, शिक्षक पहले पथौली में शिक्षामित्र था। अब मैंने बाह में नया एकल विद्यालय लिया है। छात्रों को अच्छी शिक्षा और बेहतर जीवन जीने के लिए प्रेरित करूंगा। पूरी गंभीरता से जिम्मेदारी निभानी है।
ओमवीर सिंह, शिक्षक बीटीसी के बाद पहली नौकरी, दूरस्थ विद्यालय मिला, जो चुनौती है। छात्र नामांकन और उपस्थिति बढ़ाने, जीवन स्तर और व्यवहारिक ज्ञान देने पर जोर रहेगा। अभिभावकों से भी संपर्क करेंगे।
देववृत, शिक्षक पहली नौकरी है। हालांकि ग्रामीण क्षेत्र मिला है, लेकिन सरकार ने नौकरी देकर राहत दी है। अब अपना फर्ज भी बच्चों को बेहतर शिक्षा देकर निभाएंगे। परिस्थिति समझकर स्कूलों की दशा सुधारी जाएगी।


पुनीत, शिक्षक