लखनऊ : मुख्य विकास अधिकारी द्वारा सवाल पूछने पर गलत तरीके से जवाब
देना प्राइमरी स्कूल की एक शिक्षिका को महंगा पड़ गया। बीएसए ने इस
अनुशासनहीनता के आरोप में शिक्षिका का निलंबित कर दिया।
इसके अलावा एक शिक्षिका को समय से पहले स्कूल से चले जाने के मामले में निलंबित किया गया है।
बीएसए डॉ. अमरकांत सिंह ने बताया कि शनिवार को सीडीओ मनीष बंसल मोहनलालगंज के प्राइमरी स्कूल शिवढरा निरीक्षण करने पहुंच गए। यहां 110 में से 64 बच्चे उपस्थित थे। सीडीओ ने अंग्रेजी में बच्चों से सवाल पूछे तो अध्यापिका सीमा सिन्हा ने कहा, ‘मातृ भाषा हिन्ही है तो अंग्रेजी में क्यों पूछ रहे हैं /’ इस अनुशासनहीनता के आरोप में शिक्षिका को निलंबित कर दिया गया है।
जूनियर हाईस्कूल शिवढरा में निरीक्षण के समय 160 के सापेक्ष 70 बच्चे मिले। यहां सहायक अध्यापिका रुचि बिना अधिकारी की मंजूरी लिए समय से पहले स्कूल पंजिका में हस्ताक्षर कर चली गईं थीं। इस पर उन्हें भी निलंबित कर दिया गया है। इस स्कूल में शिक्षिका सुनीता शर्मा और सरिता बिना सक्षम अधिकारी को सूचित किए मेडिकल लीव का प्रार्थना पत्र स्कूल में रखकर अनुपस्थित मिलीं। दोनों का नवंबर महीने का वेतन रोकते हुए स्पष्टीकरण मांगा गया है।
इसके अलावा एक शिक्षिका को समय से पहले स्कूल से चले जाने के मामले में निलंबित किया गया है।
बीएसए डॉ. अमरकांत सिंह ने बताया कि शनिवार को सीडीओ मनीष बंसल मोहनलालगंज के प्राइमरी स्कूल शिवढरा निरीक्षण करने पहुंच गए। यहां 110 में से 64 बच्चे उपस्थित थे। सीडीओ ने अंग्रेजी में बच्चों से सवाल पूछे तो अध्यापिका सीमा सिन्हा ने कहा, ‘मातृ भाषा हिन्ही है तो अंग्रेजी में क्यों पूछ रहे हैं /’ इस अनुशासनहीनता के आरोप में शिक्षिका को निलंबित कर दिया गया है।
जूनियर हाईस्कूल शिवढरा में निरीक्षण के समय 160 के सापेक्ष 70 बच्चे मिले। यहां सहायक अध्यापिका रुचि बिना अधिकारी की मंजूरी लिए समय से पहले स्कूल पंजिका में हस्ताक्षर कर चली गईं थीं। इस पर उन्हें भी निलंबित कर दिया गया है। इस स्कूल में शिक्षिका सुनीता शर्मा और सरिता बिना सक्षम अधिकारी को सूचित किए मेडिकल लीव का प्रार्थना पत्र स्कूल में रखकर अनुपस्थित मिलीं। दोनों का नवंबर महीने का वेतन रोकते हुए स्पष्टीकरण मांगा गया है।