लखनऊ हाईकोर्ट में आज सुबह से गर्मी गर्मा माहौल के बीच कट ऑफ पर शानदार जबरदस्त बहस देखने को मिली बीएड जो की मध्यस्थता की भूमिका में है उनके सीनियर वकील अनिल तिवारी जी द्वारा सरकार के उस
आदेश का बचाव करते हुए पाया गया जो 7 जनवरी को लागू हुआ था, जिसके पक्ष में उन्होंने कोर्ट का कोई ऑर्डर भी प्रस्तुत किया जो कट ऑफ का समर्थन करता है किंतु शायद वे यह भूल गए की 60-65% पासिंग मार्क है न की कट ऑफ खैर ये न्याय का तर्क है, आवेश में सरकार ने अपने ही शामिल किये नवांगतुको को भी गर्क में डाल दिया, जिसका सार ऑर्डर में देखने को मिलेगा एपेंडिक्स 1 और 2 बहुत ही खतरनाक है।*
*लंच के बाद उपेंद्र मिश्रा जी ने अपने रिज्वाइंडर में बहस शुरू की बहस ऐसी की खत्म होने का नाम नही आखिर कोर्ट को पूछना पड़ा अभी कितना है? इसी बहस के दौरान मिश्र जी द्वारा तमाम तथ्यों के साथ शिक्षामित्रों के दो अटेम्प्ट और पत्र को किस तरह आदेश में दिखाया जा रहा और तमाम बातों को कोर्ट में रखा आज की बहस से किसका पलड़ा भारी है ये साफ हो गया है, जिसकी पुष्टि ऑर्डर में हो जाएगी कल 3 बजे से अनिल तिवारी साहब कंटीन्यू करेंगे।*
आदेश का बचाव करते हुए पाया गया जो 7 जनवरी को लागू हुआ था, जिसके पक्ष में उन्होंने कोर्ट का कोई ऑर्डर भी प्रस्तुत किया जो कट ऑफ का समर्थन करता है किंतु शायद वे यह भूल गए की 60-65% पासिंग मार्क है न की कट ऑफ खैर ये न्याय का तर्क है, आवेश में सरकार ने अपने ही शामिल किये नवांगतुको को भी गर्क में डाल दिया, जिसका सार ऑर्डर में देखने को मिलेगा एपेंडिक्स 1 और 2 बहुत ही खतरनाक है।*
*लंच के बाद उपेंद्र मिश्रा जी ने अपने रिज्वाइंडर में बहस शुरू की बहस ऐसी की खत्म होने का नाम नही आखिर कोर्ट को पूछना पड़ा अभी कितना है? इसी बहस के दौरान मिश्र जी द्वारा तमाम तथ्यों के साथ शिक्षामित्रों के दो अटेम्प्ट और पत्र को किस तरह आदेश में दिखाया जा रहा और तमाम बातों को कोर्ट में रखा आज की बहस से किसका पलड़ा भारी है ये साफ हो गया है, जिसकी पुष्टि ऑर्डर में हो जाएगी कल 3 बजे से अनिल तिवारी साहब कंटीन्यू करेंगे।*